”टॉयलेट एक प्रेम कथा” : धनबाद की लक्ष्मी बनी असली किरदार, पति को शौचालय निर्माण के लिए किया मजबूर

धनबाद :जिले के भूली निवासी लक्ष्मी देवी की चर्चा इन दिनों चारो ओर है. हो भी क्यों ना, जब लक्ष्मी अपने ही घर में शौचालय निर्माण को लेकर पति के खिलाफ अभियान छेड़ दिया. शौचालय निर्माण के लिए पत्नी की बगावत पर पति को मजबूरन शौचालय बनाना पड़ा. लक्ष्मी ने शौचालय बनाने के लिए मजबूर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 19, 2017 6:53 PM

धनबाद :जिले के भूली निवासी लक्ष्मी देवी की चर्चा इन दिनों चारो ओर है. हो भी क्यों ना, जब लक्ष्मी अपने ही घर में शौचालय निर्माण को लेकर पति के खिलाफ अभियान छेड़ दिया. शौचालय निर्माण के लिए पत्नी की बगावत पर पति को मजबूरन शौचालय बनाना पड़ा. लक्ष्मी ने शौचालय बनाने के लिए मजबूर होने के दमदार कहानी वाली ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ का असल किरदार निभायी. लक्ष्मी के इस पहल पर धनबाद नगर निगम ने उन्हें सम्मानित किया.

जहां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मेयर शेखर अग्रवाल ने लक्ष्मी देवी को शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट किया, वहीं 16 अगस्त को नगर आयुक्त मनोज कुमार ने निगम कार्यालय में लक्ष्मी देवी को प्रशस्ति पत्र देकर विशेष रूप में सम्मानित किया. साथ ही उन्हें स्वच्छता का ब्रांड अंबेस्डर बनाने और स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए लक्ष्मी देवी पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने का भी निर्णय लिया. आपको बता दें कि नगर निगम ने दो अक्तूबर, 2017 तक धनबाद को ओडीएफ घोषित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है.

शौचालय निर्माण को कैसे बनायी मुहिम
राजेश महतो और उनकी पत्नी लक्ष्मी देवी की शादी के 11 साल हो गये. दोनों को एक बेटा और एक बेटी है. मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करनेवाले राजेश के पास शौचालय नहीं होने के कारण पूरा परिवार खुले में शौच जाने को मजबूर था. घर में शौचालय नहीं होने के कारण लक्ष्मी ने शौचालय निर्माण को ठानी और इसको लेकर सभी प्रक्रिया पूरी भी की. दो माह पहले निगम की ओर से शौचालय निर्माण के लिए पहली किश्त के रूप में छह हजार रुपये मिले. लेकिन, लक्ष्मी के पति राजेश महतो ने उस पैसे से स्मार्टफोन खरीद लिया. फिर क्या था, लक्ष्मी को पता चलते ही उसका पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया है. गुस्से में लक्ष्मी ने फोन तोड़ते हुए घर में खाना बनाना बंद कर दिया. लक्ष्मी का साफ कहना था कि जब तक घर में शौचालय निर्माण नहीं होगा, घर में चूल्हा-चौका नहीं होगा. अपनी पत्नी का गुस्सा देख राजेश महतो को अपने भूल का एहसास हुआ. राजेश ने तत्काल अपने दोस्तों से कर्ज लेकर शौचालय बना कर अपनी पत्नी का गुस्सा शांत कराया.
महिलाओं की सोच से शहर की बदलेगी तसवीर : मनोज कुमार
नगर आयुक्त मनोज कुमार ने लक्ष्मी देवी के मजबूत इरादे और संकल्प को देखते हुए ही अब शहरी क्षेत्र को ओडीएफ बनाने के लिए प्रचार प्रसार में सहयोग लेने की घोषणा की है. लक्ष्मी अब प्रतिदिन निगम के शौचालय अभियान में हिस्सा लेंगी और घर-घर जा कर महिलाओं को जागरूक करेंगी. नगर आयुक्त ने लक्ष्मी देवी की प्रशंसा करते हुए कहा कि महिलाओं की ऐसी सोच से ही अब धनबाद शहर की तसवीर बदलेगी.
शौचालय निर्माण के लिए पति से बगावत करनी पड़े, तो महिलाएं वो भी करें : लक्ष्मी देवी
लक्ष्मी देवी कहती हैं कि उसे उम्मीद नहीं थी कि इस कदर उन्हें सम्मान मिलेगा. अब उसकी जिम्मेवारी और बढ़ गयी है. अधिक-से-अधिक शौचालय बनाने के लिए वह लोगों को प्रेरित भी करेंगी. लक्ष्मी ने कहा कि वह लोगों से कहेंगी कि दुर्गापूजा में कपड़े खरीदें या ना खरीदें, लेकिन शौचालय जरूर बनवा लें. इसके लिए पति से बगावत भी करनी पड़े, तो महिलाओ को तैयार रहना चाहिए.

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