इंटर में सीट कम, नामांकन के लिए परेशान हो रहे विद्यार्थी
इंटर में नामांकन के लिए छात्र हो रहे परेशान

मधुपुर. स्थानीय महाविद्यालय में इंटरमीडिएट का नामांकन बंद किये जाने के बाद छात्र-छात्राएं परेशान हैं. प्रखंड क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में प्लस टू विद्यालय की संख्या नहीं है. पूरे प्रखंड में सिर्फ पांच ऐसे प्लस टू विद्यालय है जहां सामान्य वर्ग के छात्र-छात्रा समेत अन्य अपना नामांकन करा सकते हैं, लेकिन इन पांचों प्लस टू विद्यालय में आधारभूत संरचना और विषयवार शिक्षक नहीं के बराबर है. विषयवार शिक्षक नहीं होने के कारण नामांकन के बाद भी छात्रों की पढ़ाई सही ढंग से संभव प्रतीत नहीं होता है. मधुपुर महाविद्यालय में पिछले साल 1152 छात्र-छात्रा का नामांकन हुआ था. जिसमें विज्ञान, वाणिज्य व कला संकाय में 384-384 करके सीट था. जबकि इसके दो साल पूर्व कला व विज्ञान में 896-896 और वाणिज्य में 512 छात्र-छात्रा नामांकित थे. कुल मिलाकर 2304 छात्र-छात्राओं का नामांकन हुआ था, लेकिन पिछले साल सीट घटा दिये जाने के कारण सिर्फ 1152 छात्र-छात्राओं का नामांकन हुआ था. पर इस बार से इसे भी बंद कर दिया गया है. इसके अलावा कॉलेज में नामांकन बंद होने से इंटरमीडिएट संकाय के शिक्षक व अन्य कर्मी के समायोजन भी एक समस्या है. वहीं, कॉलेज में कुल 23 इंटरमीडिएट स्तर के कर्मी व शिक्षक कार्यरत है. जिनमें कलर्क, नाइटगार्ड, चपरासी, शिक्षक व कम्प्यूटर ऑपरेटर शामिल है. जल्द समायोजन नहीं होने से इनलोगों के समक्ष भी रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो सकती है. वहीं, मधुपुर प्रखंड में लड़कियों के लिए अंची देवी सर्राफ बालिका प्लस टू विद्यालय के अलावा आरएन शाही प्रोजेक्ट प्लस टू विद्यालय, एमएलजी, जगदीशपुर व साप्तर में एक- एक प्लस टू विद्यालय है. जहां नामांकन लिया जा सकता है. लेकिन इन जगहों पर पर्याप्त संख्या में कमरे, शिक्षक, लैब, बैंच-टेबुल आदि संसाधन काफी कम है. इसके अलावा बरमकिया व श्यामा प्रसाद मुखर्जी उच्च विद्यालय के प्लस टू में उत्क्रमित करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है.
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