Prabhat Khabar Impact: देवघर के कराैं की दिव्यांग को मिला Tri-Cycle, पंचायत से प्रखंड तक लगायी थी गुहार

प्रभात खबर में प्रकाशित समाचार का असर हुआ है. देवघर की करौं पंचायत अंतर्गत बेढ़ाजाल निवासी 60 बुजुर्ग दिव्यांग मुठिया देवी को ट्राई-साइकिल मिल गया. हाथ के सहारे घसीट-घसीट कर चलने को मजबूर मुठिया देवी पंचायत से लेकर प्रखंड तक ट्राई-साइकिल के लिए गुहार लगायी थी.

By Samir Ranjan | October 16, 2022 9:12 PM

Prabhat Khabar Impact: देवघर की करौं पंचायत अंतर्गत बेढ़ाजाल निवासी 60 वर्षीय दिव्यांग मुठिया देवी को आखिरकार ट्राई-साइकिल मिल गया. दिव्यांग मुठिया देवी का समाचार प्रभात खबर में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद स्थानीय प्रशासन रेस हुआ. इस मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी कुलदीप कुमार ने संज्ञान में लेते हुए उक्त दिव्यांग महिला को प्रखंड मुख्यालय बुलाकर ट्राई-साइकिल उपलब्ध कराया. मौके पर महिला ने कहा कि चलने-फिरने में लाचार होने के कारण प्रखंड मुख्यालय नहीं आ पा रहे थी. ट्राई-साइकिल पाकर दिव्यांग काफी खुश दिखी.

खबर प्रकाशित होते ही रेस हुए अधिकारी

प्रभात खबर में बुजुर्ग दिव्यांग मुठिया देवी की परेशानी की खबर प्रकाशित होते ही स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी रेस हो गये. इस मामले में करौं प्रखंड के बीडीओ कुलदीप कुमार ने संज्ञान लिया. पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मंटू मंडल ने बुजुर्ग दिव्यांग मुठिया देवी को लेकर प्रखंड मुख्यालय पहुंचे. जहां बीडीओ की मौजूदगी में बुजुर्ग दिव्यांग को ट्राई-साईकिल दिया गया.

क्या है मामला

करौं प्रखंड अंतर्गत करौं पंचायत के बेढ़ाजाल निवासी 60 वर्षीय दिव्यांग मुठिया देवी एक अदद ट्राई-साइकिल के लिए दर-दर की ठोकर खा रही थी. पंचायत से लेकर प्रखंड स्तर के कर्मियों से ट्राई-साइकिल देने की लाख गुहार लगायी, लेकिन उसे ट्राई-साइकिल नहीं मिली. तीन साल पहले मुठिया देवी की एक दुर्घटना में कमर और पैर की हड्डी टूट गयी थी. जिसके कारण चलने में काफी दिक्कत होती है. आज भी हाथ के सहारे घसीट-घसीटकर चलने को मजबूर है.  आर्थिक स्थिति खराब रहने के कारण समुचित इलाज नहीं होने से वह पूरी तरह से दिव्यांग हो चुकी है.

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पंचायत से लेकर प्रखंड स्तर तक लगायी थी गुहार

दिव्यांग मुठिया देवी पंचायत से लेकर प्रखंड स्तर तक एक अदद ट्राई-साइकिल के लिए गुहार लगायी. लेकिन, इसकी गुहार किसी ने नहीं सुनी. बुजुर्ग दिव्यांग ने कहा कि हाथ के सहारे धीरे-धीरे घसीटकर चलने से काफी परेशानी होती है. बैशाखी के सहारे भी चल नहीं पाती है. उन्होंने ट्राई-साईकिल दिलाने की मांग की थी, ताकि परेशानियां कुछ कम हो सके.

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