11.30 लाख गबन के मामले में डीएसओ ने की जांच, पालोजोरी प्रखंड कार्यालय में अभिलेखों को देखा

पालोजोरी प्रखंड में नाजिर के 11. 30 लाख गबन मामले की जांच शुरू हो गयी है. डीसी ने जांच रिपोर्ट मांगी थी, जिसके बाद डीएसओं ने आज प्रखंड कार्यालय में अभिलेखों की जांच की और कर्मियों से पूछताछ की.

By Prabhat Khabar | April 26, 2024 8:10 PM

पालोजोरी . पालोजोरी प्रखंड कार्यालय के नाजिर के 11 लाख 30 हजार रुपये गबन करने के मामले में डीसी के निर्देश पर जांच टीम ने शुक्रवार को पालोजोरी प्रखंड कार्यालय में कर्मियों से पूछताछ की और अभिलेखों को देखा. डीसी द्वारा गठित जांच टीम में डीएसओ नरेश रजक के अलावा आपूर्ति विभाग केे नाजिर सहित अन्य कर्मी शामिल थे. टीम में शामिल अधिकारी ने बीडीओ चैंबर में सभी तरह की पंजियों, अभिलेखों, बैंक पासबुक स्टेटमेंट, कैश बुक, नाजिर रसीद सहित अन्य पंजियों की गहनता से जांच की. इस दौरान चेंबर में किसी के भी आने जाने पूरी मनाही कर दी. जांच के दौरान बीडीओ अमीर हमज़ा और प्रभारी प्रधान सहायक सह कार्यालय अधीक्षक दिलीप किस्कू के अलावा अन्य कर्मी मौजूद थे. जानकारी हो कि प्रखंड कार्यालय में पदस्थापित नाजीर संजय कुमार सुमन ने सोना-सोबरन धोती-साड़ी योजना मद की राशि 11 लाख 30 हजार रुपये का गबन कर इसे अपने निजी मद में खर्च कर दिया था. वहीं प्रखंड अधिकारियों के संज्ञान में मामला आने के बाद आनन-फानन में कार्यालय से अन्य मद की राशि निकाल कर इस मद में जमा कर दिया था, जिसके कारण कैश बुक में 11 लाख 30 हजार रुपये कम होने का पता चला. प्रखंड के बड़ा बाबू के नाजिर का प्रभार लेने के दौरान यह मामला सामने आया था. वहीं मामले की जानकारी मिलते ही डीसी ने इसे गंभीरता से लिया और टीम का गठन कर मामले की जांच कर रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर सौंपने का निर्देश दिया था. समाचार लिखे जाने तक जांच चल रही थी. * जांच करने के बाद डीएसओ को डीसी को सौंपनी है पूरी रिपोर्ट * टीम ने चार घंटे से भी अधिक समय तक पंजियों, कैश बुक व पासबुक स्टेटमेंट की जांच

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