देवघर : जैप की जर्जर बस से रोजाना बच्चों को पहुंचाया जाता था स्कूल, 6 साल पहले ही फेल हो चुका था रजिस्ट्रेशन

देवघर में जैप की जर्जर बस से रोजाना बच्चों को स्कूल पहुंचाया जाता था. इसी बस से स्कूली छात्रा की मौत हुई. बवाल के बाद यह पता चला कि 6 साल पहले ही बस का रजिस्ट्रेशन फेल हो चुका था. इतना ही नहीं करीब 16 सालों से बस बगैर फिटनेस के सड़क पर दौड़ रही थी.

By Jaya Bharti | February 10, 2024 2:15 PM

Deoghar News: देवघर में जैप-पांच की जिस बस के धक्के से स्कूली छात्रा ऋषिका की मौत हुई है, उस बस का रजिस्ट्रेशन छह साल पहले ही फेल हो चुका था. यही नहीं करीब 16 साल से बगैर फिटनेस के ही यह बस सड़कों पर दौड़ रही है. जानकारी के अनुसार, जैप पांच की इस बस का निबंधन संख्या जेएच 15 सी 1733 है, इस बस का रजिस्ट्रेशन 11 अक्टूबर 2006 को हुआ था और निबंधन होने के दो साल बाद ही फिटनेस समाप्त हो गया था और रोड टैक्स भी चार महीने पहले ही फेल कर गया है. इसके बाद भी विभाग की ओर से हर दिन सड़क पर बस को संचालित किया जा रहा था. इस बस से हर दिन जैप पांच से बच्चों को स्कूल लाना और ले जाने में उपयोग किया जा रहा था.

जिला परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बस का पूरा पेपर फेल है, ऐसे में बिना अपडेट किये बसल चलाना गैर-कानूनी है. विभाग की मानें तो एक बार बस खरीदने के बाद उसे 15 साल के लिए निबंधित किया जाता है और नये नियम के अनुसार वन टाइम टैक्स जमा कराने का प्रावधान है तथा समय-समय पर फिटनेस अपडेट करने का प्रावधान है. फिटनेस सही होने पर बस को 15 साल के आगे फिर से निबंधन के लिए परमिशन देने का प्रावधान है. वहीं सरकारी विभाग में वाहनों का बीमा नहीं हाेता है.

इस संबंध में परिवहन विभाग के संयुक्त सचिव रैंक के अधिकारी की मानें, तो जिस विभाग के वाहन का पेपर फेल और उसे अपडेट कराने के लिए संबंधित परिवहन कार्यालय को सूचित नहीं किया गया है और इस बीच किसी तरह की दुर्घटना हो जाती है, तो उस अधिकारी पर भी कार्रवाई का प्रावधान है. वहीं वाहन को जब्त करने के साथ ड्राइवर पर एफआइआर करने का प्रावधान है . इसके अलावा मृतक के परिजन को आपदा प्रबंधन से दो लाख तक का मुआवजा देने का प्रावधान किया गया है. वहीं अगर सरकार कुछ अलग से मुआवजा देती है, तो यह सरकार पर निर्भर करता है.

  • 11 अक्टूबर 2006 को देवघर परिवहन विभाग से निबंधित बस का फिटनेस दो साल बाद ही हो गया था फेल

  • छह साल पहले ही बस का रजिस्ट्रेशन भी हो गया है फेल

पहले भी जैप-5 की बस ने एक बच्चे सहित अभिभावक को मारा था धक्का

जैप-5 की जिस बस के धक्के से छात्रा की मौत हुई, उस बस से पहले भी डीएवी स्कूल के समीप दुर्घटना हो चुकी है. जानकारी के मुताबिक, सात-आठ महीने पूर्व इसी बस से कास्टर टाउन डीएवी गेट के समीप एक बच्चे को पहुंचाने जा रहे अभिभावक की स्कूटी में धक्का लगा था. हालांकि उस दौरान वे लोग बाल-बाल बच गये थे. कहीं मामले की कोई शिकायत नहीं की गयी थी. आपस में ही दोनों पक्षों द्वारा मामले को सलटा लिया गया था.

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