मधुपुर-जामताड़ा से रहा है आतंकियों का लिंक

देवघर: पहले हैदराबाद ब्लास्ट और अब पटना बम ब्लास्ट के बाद एक फिर संतालपरगना का देवघर जिला चर्चा में आ गया है. देवघर जिले के मधुपुर से इंडियन मुजाहिद्दीन के संदिग्ध सदस्य आजाद अहमद के लिंक की बात सामने आने के बाद इलाके के एनआइए को पूरा यकीन हो गया है कि आतंकियों के तार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 2, 2013 10:14 AM

देवघर: पहले हैदराबाद ब्लास्ट और अब पटना बम ब्लास्ट के बाद एक फिर संतालपरगना का देवघर जिला चर्चा में आ गया है. देवघर जिले के मधुपुर से इंडियन मुजाहिद्दीन के संदिग्ध सदस्य आजाद अहमद के लिंक की बात सामने आने के बाद इलाके के एनआइए को पूरा यकीन हो गया है कि आतंकियों के तार संताल से भी जुड़े हैं. आजाद का संदिग्ध आतंकी होना संताल के लिए कोई नयी बात नहीं है. बल्कि इससे पूर्व भी दो बार आतंकियों की खोज में एनआइए की टीम देवघर और जामताड़ा आयी थी.

हैदराबाद ब्लास्ट में जामताड़ा से खरीदा गया था सिम कार्ड
पहली बार हैदराबाद ब्लास्ट के बाद एनआइए हैदराबाद की टीम छानबीन के लिये जामताड़ा पहुंची थी. छानबीन में पता चला था कि मिहिजाम के एक व्यक्ति के नाम से बने ड्राइविंग लाइसेंस को दिखा कर जामताड़ा से सीम कार्ड खरीदा गया था. उक्त सीम कार्ड का उपयोग हैदराबाद ब्लास्ट में शामिल आतंकी ने किया था. हालांकि हैदराबाद ब्लास्ट मामले में एनआइए हैदराबाद की टीम को कुछ खास हाथ नहीं लगा था.

मधुपुर से एक व्यक्ति को लिया था हिरासत में
दूसरे मामले में एनआइए दिल्ली की टीम करीब चार साल पूर्व मधुपुर आयी थी. नगरपालिका के समीप स्थित एक सिलाई मशीन दुकानदार को पूछताछ के लिये एनआइए अपने साथ दिल्ली ले गयी थी. एनआइए ने उससे लंबे समय तक पूछताछ की थी. अंत में उस युवक का लाइ-डिटेक्शन टेस्ट भी कराया गया. विशेष कुछ सफलता नहीं मिलने के कारण एनआइए दिल्ली की टीम युवक को वापस छोड़ गयी. साथ ही उसे हिदायत दी गयी कि वह लगातार थाने में हाजिरी देगा. उसके बारे में एनआइए को बांग्लादेश स्थित ढाका के किसी व्यक्ति से लंबी बातचीत का कॉल डिटेल्स निकाला था. उपरोक्त तीनों मामलों से यह साफ हो गया है कि आतंकियों का लिंक इस इलाके से रहा है. एनआइए की नजर संताल के कई जिलों पर है. जहां से आपराधिक गतिविधियां संचालित होती है. इस बार भी छानबीन के लिये एनआइए टीम आ सकती है.

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