पहली सोमवारी. तेज धूप में कांवरियों को खूब बहाने पड़े पसीने

तपिश पर आस्था भारी 15 किमी लंबी लगी कतार भीड़ नियंत्रण में प्रशासन के भी छूटे पसीने रात 11 बजे तक हुआ जलार्पण शासन का टैग लाइन स्वच्छता व विनम्रता को ढूंढ़ते रहे श्रद्धालु रविवार की शाम से ही कांवरिये रूट लाइन में जलाभिषेक के लिए कतारबद्ध हो गये थे डीआइजी, डीसी, एसपी सहित दंडाधिकारी, […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 23, 2019 2:41 AM

तपिश पर आस्था भारी

15 किमी लंबी लगी कतार
भीड़ नियंत्रण में प्रशासन के भी छूटे पसीने
रात 11 बजे तक हुआ जलार्पण

शासन का टैग लाइन स्वच्छता व विनम्रता को ढूंढ़ते रहे श्रद्धालु

रविवार की शाम से ही कांवरिये रूट लाइन में जलाभिषेक के लिए कतारबद्ध हो गये थे

डीआइजी, डीसी, एसपी सहित दंडाधिकारी, अधिकारी, सुरक्षा बलों ने संभाला मोरचा

बाह्य अरघा से जलार्पण के लिए भी लगी लंबी कतार
देवघर : श्रावणी मेला की पहली सोमवारी को ही देवघर व बासुकिनाथ में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा. बाबानगरी केसरियामय हो गयी. पट बंद होने तक दो लाख 14 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा बैद्यनाथ पर जलाभिषेक किया. इसमें बाह्य अरघा से 84 हजार जलार्पण शामिल है. वहीं बासुकिनाथ में भी एक लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा दरबार पहुंचे. देवघर में अहले सुबह बाबा मंदिर का पट खुलने के साथ ही कांचा जल पूजा के बाद सरदार पंडा गुलाब नंद ओझा ने सरदारी पूजा की.
प्रात: 3.40 बजे से कांवरियों के लिये जलार्पण प्रारंभ किया गया. जलार्पण शुरू होने के साथ ही रातभर रूट लाइन में इंतजार कर रहे कांवरियों का प्रवाह तेज हो गया. रूट लाइन में कांवरियों की कतार व जत्था को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के जवानों को लाठी का भी प्रयोग करना पड़ा. अफरा-तफरी के बीच शासन का टैग लाइन स्वच्छता व विनम्रता को श्रद्धालु ढूंढ़ते रहे. श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे प्रशासनिक इंतजाम कम पड़ गया. मौसम की बेरुखी व तेज धूप में कांवरियों को खूब परेशानी का सामना करना पड़ा. सिंघवा से आगे होल्डिंग प्वाइंट कुमैठा तक कांवरिया तपते रहे.

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