फोरेंसिक टीम ने कमरे का लिया सैंपल

जेवीएम की पूर्व महिला नेत्री से यौन उत्पीड़न का मामला कलेक्ट किया हुआ सैंपल सीलबंद कर कांड की आइओ इंस्पेक्टर संगीता को सौंपा कोर्ट में सैंपल प्रस्तुत कर लिया जायेगा आदेश, इसके बाद जांच के लिए भेजा जायेगा विधि विज्ञान प्रयोगशाला देवघर : जेवीएम की पूर्व महिला नेत्री द्वारा गोड्डा लोकसभा के महागठबंधन प्रत्याशी प्रदीप […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 8, 2019 2:35 AM

जेवीएम की पूर्व महिला नेत्री से यौन उत्पीड़न का मामला

कलेक्ट किया हुआ सैंपल सीलबंद कर कांड की आइओ इंस्पेक्टर संगीता को सौंपा

कोर्ट में सैंपल प्रस्तुत कर लिया जायेगा आदेश, इसके बाद जांच के लिए भेजा जायेगा विधि विज्ञान प्रयोगशाला

देवघर : जेवीएम की पूर्व महिला नेत्री द्वारा गोड्डा लोकसभा के महागठबंधन प्रत्याशी प्रदीप यादव पर दर्ज कराये यौन उत्पीड़न मामले की जांच के लिए रांची से तीन सदस्यीय फोरेंसिक टीम डॉ अमित के नेतृत्व में मंगलवार शाम में देवघर पहुंची. यहां कुंडा थानांतर्गत घटनास्थल होटल शिव सृष्टि पैलेस के सीलबंद कमरा नंबर-202 को दंडाधिकारी देवघर सीओ अमर प्रसाद की मौजूदगी में खुलवाया और हरेक एंगल से सैंपल कलेक्ट किया. सैंपल कलेक्ट करने में फोरेंसिक टीम को करीब आधा घंटा लगा.

इसके बाद होटल के कमरे से वे लोग सीधे अपनी वाहन पर बैठकर कुंडा थाना निकल गये. इस दौरान मीडियाकर्मियों ने फोरेंसिक टीम के सदस्यों से पूछती रही, लेकिन वे लोग चुप्पी साधकर वहां से निकलते रहे. बाद में फोरेंसिक टीम के सदस्यों ने कुंडा थाने में जब्त सैंपल को सीलबंद किया और कांड की आइओ साइबर थाना की इंस्पेक्टर संगीता कुमारी को सुपुर्द कर दिया.

अब आइओ जब्त सैंपल कोर्ट में प्रस्तुत कर जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजने का आदेश मांगेगी. इसके बाद उसे जांच के लिए भेजा जायेगा. फोरेंसिक टीम में डॉ अमित के अलावा डॉ अजय राणा व डॉ अमर दास भी शामिल थे. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान एसडीपीओ विकास चंद्र श्रीवास्तव सहित कांड की आइओ इंस्पेक्टर संगीता, कुंडा थाना प्रभारी एके टोपनो व एएसआइ अरविंद कुमार भी मौजूद रहे.

1:20 घंटा लगा कमरा नंबर 202 खोलने में

होटल सृष्टि पैलेस में फोरेंसिक टीम करीब छह बजे शाम में पहुंची. कमरा नंबर 202 को खोलने में काफी कठिनाई हुई. उक्त कमरे को सील करने में फेविक्विक का इस्तेमाल किया गया था. इससे दरवाजे का लॉक जाम हो गया था. पहले तो लॉक के अंदर चाबी नहीं जा रहा था. बाद में बाजार से थिनर आदि अन्य कैमिकल मंगाया गया.

उसे लॉक में डालकर साफ किया गया, तब बड़ी मशक्कत से करीब 7:20 बजे कमरे का दरवाजा खुला और फोरेंसिक टीम के सदस्यों ने अंदर पहुंचकर सैंपल उठाया. एक बार तो लगा कि फोरेंसिक टीम के सदस्य सैंपल नहीं ले सकेंगे. वे लोग भी कह चुके थे कि बुधवार सुबह में देखेंगे. सैंपल लेने के बाद दोबारा होटल के कमरा नंबर 202 को सील कर दिया गया.

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