मधुपुर को मिला केंद्रीय विद्यालय का नया भवन, सांसद ने किया उद्घाटन, कहा – देवघर में केंद्रीय विद्यालय खुलवाने की करेंगे पहल

मधुपुर : प्रखंड के राजाभिटा में नवनिर्मित केंद्रीय विद्यालय भवन का उद्घाटन रविवार को सांसद निशिकांत दुबे ने समारोहपूर्वक किया. भवन का निर्माण 11 करोड़ 20 लाख की लागत से पूर्ण हुआ है. सांसद दुबे ने कहा कि लोगों की नजरों में भले ही एक छोटा सा स्कूल दिखे. लेकिन वास्तव में केंद्रीय विद्यालय मानव […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 24, 2018 6:14 AM
मधुपुर : प्रखंड के राजाभिटा में नवनिर्मित केंद्रीय विद्यालय भवन का उद्घाटन रविवार को सांसद निशिकांत दुबे ने समारोहपूर्वक किया. भवन का निर्माण 11 करोड़ 20 लाख की लागत से पूर्ण हुआ है. सांसद दुबे ने कहा कि लोगों की नजरों में भले ही एक छोटा सा स्कूल दिखे. लेकिन वास्तव में केंद्रीय विद्यालय मानव का निर्माण करता है.
प्राइवेट स्कूलों में ही अच्छी पढ़ाई होती है और छात्र-छात्राएं बेहतर करते हैं. इस मिथक को आज केंद्रीय विद्यालय ने तोड़ दिया है. केंद्रीय विद्यालय डाॅक्टर, इंजीनियर, आइएएस और आइपीएस भी बनाता है.
उन्होंने कहा कि आप केंद्रीय विद्यालय पर अपना विश्वास बनाये रखे, आपके बच्चे निश्चित आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि आज भी गोड्डा में 40 प्रतिशत और देवघर जिले में 54-55 प्रतिशत लोग ही साक्षर हैं. लोगों के पास उतना पैसा नहीं कि वे अपने बच्चे को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाये. ज्यादातर सरकारी स्कूल राजनीतिक का केंद्र बन गया है.
ताजा उदाहरण पारा शिक्षकों का मामला है. ऐसे में केंद्रीय विद्यालय इलाके के लिए एक बेहतर विकल्प है. उन्होंने कहा कि गोड्डा जिले के मेहरमा और देवघर में एक-एक नया केंद्रीय विद्यालय भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा जायेगा. क्योंकि पूर्व से भी कई जिलों में तीन-चार केंद्रीय विद्यालय चल रहे है. उन्होंने कहा कि सर्व शिक्षा अभियान में शिक्षकों को वास्तव में ठेकेदार बना दिया है.
उन्होंने कहा कि लोग पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क पर भी राजनीतिक करते है. जबकि यह किसी एक जाति व समुदाय के लिए नहीं है. अगर इन योजनाओं के लिए जमीन नहीं देंगे तो धरातल पर उतरेगा कैसे. उन्होंने कहा कि संताल परगना में पानी के लिए सर्वोत्तम विकल्प डैम का निर्माण ही है.
चापाकल लगाने का कोई मतलब नहीं है. यह भ्रष्टाचार का अड्डा है. वहीं, केंद्रीय विद्यालय संगठन नई दिल्ली के अपर आयुक्त उदय नारायण खवाड़े ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय बेहतर शिक्षा के लिए सतत प्रयत्नशील है. यह भवन एक बड़ी सौगात है. उन्होंने कहा कि पढ़ाई के लिए अभिभावक अपने बच्चों पर अधिक दबाव न दे. शिक्षक को बच्चों को पढ़ाने दे.
आप बीच में नहीं आयें, किताबी कीड़ा बनाना हमारा उद्देश्य नहीं है. हम संपूर्ण मानव बनाते है. विभिन्न गतिविधियों से बच्चों को भावनात्मक रूप से मजबूत बनाते हैं और जिंदगी की चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं. उन्होंने कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं है.
इस दौरान स्कूली बच्चों ने दो सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये. मौके पर एसडीओ योगेंद्र प्रसाद, एसडीपीओ अरविंद उपाध्याय, मोती लाल द्वारी, पूर्व नप अध्यक्ष संजय यादव, मोती सिंह, रवि रवानी, अंजनी सिंह, भोला पटेल, अभयानंद झा, अंकित श्रीवास्तव, विमल गुटगुटिया, मुन्ना सिंह आदि दर्जनों लोग उपस्थित थे.

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