एक माह तक करोड़ों का कारोबार छोड़ देवघर में कर रहे भक्तों की सेवा

देवघर : श्रावणी मेले में एक तरफ भक्तों की संख्या अत्यधिक रहती है, तो दूसरी ओर भक्तों की सेवा करनेवालों की संख्या भी बढ़ जाती है. इन भक्तों की वजह से ही बाबाधाम में भक्तों को कोई दिक्कत नहीं होती है. सिर्फ जिला प्रशासन के भरोसे मेला संभालना संभव भी नहीं है. ऐसे भक्तों के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 20, 2018 7:27 AM
देवघर : श्रावणी मेले में एक तरफ भक्तों की संख्या अत्यधिक रहती है, तो दूसरी ओर भक्तों की सेवा करनेवालों की संख्या भी बढ़ जाती है. इन भक्तों की वजह से ही बाबाधाम में भक्तों को कोई दिक्कत नहीं होती है. सिर्फ जिला प्रशासन के भरोसे मेला संभालना संभव भी नहीं है. ऐसे भक्तों के कारण ही मेला वर्षों से सफल होती आ रही है.
ऐसे ही शिवभक्त हैं सीतामढ़ी निवासी सह मारवाड़ी कांवर संघ के ट्रस्टी जय प्रकाश मिश्रा. श्री मिश्रा अपने करोड़ों के कारोबार को छोड़ कर एक माह तक खुद को कांवरियों की सेवा में समर्पित कर देते हैं. मारवाड़ी कांवर संघ में काउंटर संभाल रहे हैं. कांवरियों के रूम खाली करते ही रूम की सफाई, गद्दा व बेड सीट बदलने के लिए तुरंत स्टाफ भेज देते हैं.
किसी कांवरियों को कोई दिक्कत नहीं हो, इसके लिए रात्रि में भी भ्रमण करते रहते हैं. शिकायत व सलाह दोनों गंभीरता से लेते हैं. मृदुभाषी श्री मिश्रा कांवरियों को बेटा, बहन जी, भाई जी कह कर संबोधित करते हैं. उन्होंने कहा कि बड़े पापा राम जी शर्मा फाउंडर मेंबर हैं. इनके हाथों ही धर्मशाला की नींव रखी गयी है, इसलिए धर्मशाला से प्रेम है. बाबा के भक्तों की सेवा से बढ़ कर कोई सेवा नहीं है. पैसा आते-जाते रहेगा. इस तरह सेवा का अवसर नहीं मिलेगा.

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