दीपावली की तैयारी में जुटे सरस कुंज के बच्चे, कहा परायों से मिलता है अपनों सा प्यार

जसीडीह: सरस कुंज के बच्चों में दीपावली का उत्साह देखा जा रहा है. बच्चे खुश हो भी क्यों नहीं, उन्हें परायों से अपनाें का प्यार मिल रहा है. सरस कुंज के आंचल में रह रहे अनाथ बच्चे दीपावली की तैयारी में जुटे हुए हैं. बच्चे ने परिसर में दो जगहों पर घरौंदा बताया है तथा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 17, 2017 10:54 AM
जसीडीह: सरस कुंज के बच्चों में दीपावली का उत्साह देखा जा रहा है. बच्चे खुश हो भी क्यों नहीं, उन्हें परायों से अपनाें का प्यार मिल रहा है. सरस कुंज के आंचल में रह रहे अनाथ बच्चे दीपावली की तैयारी में जुटे हुए हैं. बच्चे ने परिसर में दो जगहों पर घरौंदा बताया है तथा इसे सजाने में लगे हुए हैं. बच्चों में अपनत्व का भाव दिख रहा है. रेडक्रॉस, सरस कुंज सहित शहर के कई लोग सरस कुंज के बच्चों के लिए दीपावली की मिठाई, पटाखे समेत अन्य उपहार लेकर पहुंच रहे हैं.

सरस कुंज परिसर में इस समय सात अनाथ बच्चे आकाश उर्फ छोटू, पायल, पुष्पा, प्रथम, आकाश, संगीता व सोमवारी है. सभी लगभग तीन से चार वर्षों से परिसर में दीपावली मना रहे है. बच्चों से पूछे जाने पर बच्चों ने बताया कि दीपावली की खुशी हम सभी आपस में बांट रहे हैं. सरस कुंज में हमें अपनों जैसा प्यार मिल रहा है. इन बच्चों को प्रबंधन की ओर से खिलौने, मिठाई, पटाखे, फुलझड़ी, दीया, मोमबत्ती आदि समेत कई अन्य सामान दिये जा रहे हैं.

हमें यहां के सदस्यों से काफी प्यार और स्नेह मिल रहा है. हम दो-तीन दिन तक दीपावली मनाते हैं. और खूब मिठाई खाते हैं. सरस कुंज के अलावा भी कई लोग आते हैं, जो हमें मिठाई व फुलझड़ी देते हैं.
-आकाश उर्फ छोटू
हम दोनों भाई-बहन बीते दो सालों से यहां दीपावली मना रहे हैं. सरस कुंज में सभी का बहुत प्यार मिलता है. इससे अब अपनों की याद नहीं सताती है. आपस में सभी मिल कर दीपावली मनाते हैं.
-पायल
दीपावली पर्व को लेकर हम सभी मिल कर परिसर में घरोंदा बनाते हैं और उसे रंग रोगन कर छोटे-छोटे बल्ब व फूल माला से सजाकर वहां पूजा अर्चना करते है. हमें काफी आनंद मिलता है.
-पुष्पा
दीपावली पर्व पर हम सभी भाई मिल कर परिसर में दो घरोंदे अपने बहनों के लिए बनाये हैं. इसे सजाना बाकी है. पूजा से पहले पूरा तैयार कर देंगे. सरस कुंज की छोटी-छोटी बहनें यहां पूजा-अर्चना करेंगी व हमें मिठाई खिलायेंगी.
-आकाश

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