कोल इंडिया ने श्रेणीवार विभाजित की कोल खदानें, सुपर-35 में बीसीसीएल की एक भी नहीं

कोयला मंत्रालय ने कोल इंडिया व उसकी अनुषंगी कंपनियों की खदानों को श्रेणीवार विभाजित किया किया है. यह कैटेगरी कोयला उत्पादन में प्रदर्शन के आधार पर तैयार की गयी है. कोयला मंत्रालय की सुपर-35 की श्रेणी में बीसीसीएल की एक भी खदानें शामिल नहीं हैं.

By Prabhat Khabar | May 31, 2022 2:40 PM

Jharkhand Coal Mines : कोयला मंत्रालय ने कोल इंडिया व उसकी अनुषंगी कंपनियों की खदानों को श्रेणीवार विभाजित किया किया है. यह कैटेगरी कोयला उत्पादन में प्रदर्शन के आधार पर तैयार की गयी है. कोयला मंत्रालय की सुपर-35 की श्रेणी में बीसीसीएल की एक भी खदाने शामिल नहीं है. जबकि सीसीएल की चार व इसीएल की दो खदानों को शामिल किया है. जिनका कोयला उत्पादन में उत्कृष्ट प्रदर्शन है.

टॉप थ्री में हैं ये खदानें

वहीं टॉप थ्री में एसइसीएल की गेवरा को प्रथम, कुसमुंडा को द्वितीय व दीपका ओसीपी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है. सुपर-35 में खदानों की श्रेणी में सीसीएल की अम्रपाली, मग्ध, अशोका व एकके माइंस को शामिल किया गया है. जबकि इसीएल की राजमहल व सोनपुर बाजारी ओसीपी को शामिल है. सर्वाधिक एमसीएल की 14 खदानों को सुपर-35 खदानों में शामिल किया गया है.

ये है कोल इंडिया की सुपर-35 खदानें

एसइसीएल की गेवरा ओसीपी, कुसमुंडा व दीपका, भूनेश्वरी (एमसीएल), एमसीएल की जयंत व दुधीचुहा, अम्रपाली (सीसीएल), निगाही (एनसीएल), लख्खनपुर (एमसीएल), कुलदा (एमसीएल), राजमहल (इसीएल), गरजानबहल (एमसीएल), अमलोरी (एनसीएल), लखड़िया (एनसीएल), मग्ध (सीसीएल), लिंगाराज (एमसीएल), अनंता (एमसीएल), सोनपुर बाजारी(इसीएल), बीना (एनसीएल), कनिहा(एमसीएल), भरतपुर(एमसीएल), हिंगुला (एमसीएल), अशोका (सीसीएल), जग्नाथ(एमसीएल), बेलफर(एमसीएल), कृष्णाशिला (एनसीएल), बलराम(एमसीएल), पेनगंगा (डब्ल्यूसीएल), ब्लॉक-बी (एनसीएल), एकेके (सीसीएल), समलेश्वरी (एमसीएल), माणिकपुर ओसी(एसइसीएल), लजकुरा (एमसीएल), मुनगोली (डब्ल्यूसीएल) व निलजय दिप (डब्ल्यूसीएल) आदि शामिल है.

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