Jharkhand News: झारखंड में एक शिक्षक ने बंजर जमीन में बिखेर दी हरियाली, लेकिन इस बात का है इन्हें मलाल

Jharkhand News: शिक्षक मोहनलाल महतो व उनकी पत्नी कंचना देवी ने बगैर किसी सरकारी सहायता के 300-400 केला और करीब 50 आम का पौधा लगाकर हरियाली बिखेर दी है. केला के अलावा आम का पौधा लगाकर झुमरा गांव के ग्रामीणों व किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बने हुए हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 20, 2022 6:14 PM

Jharkhand News: झारखंड के बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत पचमो पंचायत स्थित झूमरा पहाड़ के झुमरा गांव में शिक्षक मोहनलाल महतो व उनकी पत्नी कंचना देवी ने लगभग दो एकड़ परती व बंजर भूमि में बगैर किसी सरकारी सहायता के 300-400 केला और करीब 50 आम का पौधा लगाकर हरियाली बिखेर दी है. केला के अलावा आम का पौधा लगाकर झुमरा गांव के ग्रामीणों व किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बने हुए हैं.

सरकारी स्कूल में शिक्षक मोहनलाल महतो स्कूल में पठन-पाठन के बाद बचे समय में अपने घर में पड़ी परती व बंजर भूमि में उन्नत किस्म के केला के अलावा आम का पौधा लगाकर झुमरा गांव के ग्रामीणों व किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बने हुए हैं. श्री महतो का कहना है कि वह किसान पुत्र हैं तथा उनकी पत्नी भी कृषि कार्यों में उनका काफी सहयोग करती है. स्कूल में अपनी ड्यूटी के बाद बचे समय में इधर उधर समय बिताने से बेहतर है कृषि कार्य में लगायें, ताकि कृषि से हुई आमदनी से अपने बच्चों की बेहतर पढ़ाई-लिखाई करा सकें.

Also Read: पीवीटीजी पाठशाला: कोरोना में झारखंड के आदिम जनजाति समुदाय के 3000 बच्चे कैसे कर रहे पढ़ाई

श्री महतो ने कहा कि केला व आम का पौधा तो लगाया, परंतु पानी के अभाव में पौधा विकसित नहीं हो रहा है. दर्जनों पौधों में केला फल लगने लगा है. पौधा को बचाने के लिए दूर से पानी लाकर पटवन करना पड़ रहा है, जो नमी मिलनी चाहिए, वह नहीं मिलने से पौधों में अच्छे फल नहीं लग पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि झुमरा पहाड़ में कुआं है, परंतु पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं निकलता है. यहां पर डीप बोरिंग हो जाये तो केला और आम बागान से अच्छी आमदनी प्राप्त की जा सकती है.

Also Read: ताली बजाकर बधाई मांगने वाली किन्नरों को झारखंड की कोयला खदान में कैसे मिली नौकरी, ये राह थी कितनी आसान

रिपोर्ट: नागेश्वर

Next Article

Exit mobile version