Bokaro News : कॉलेज प्रशासन की लापरवाही से चास कॉलेज की एक छात्रा का भविष्य बर्बाद, सेमेस्टर फोर की जगह भरवाया थ्री का फॉर्म, जानें पूरा मामला

चास कॉलेज में सत्र 2015-18 की एक छात्रा इस सत्र की सेमेस्टर फोर की परीक्षा में फेल हो गयी थी. उसने परीक्षा के लिए फॉर्म भरा था. लेकिन कॉलेज के एक कर्मचारी ने लापरवाही से छात्रा की एंट्री सेमेस्टर थ्री की परीक्षा के लिए कर दी. परीक्षा से पहले जब कॉलेज में छात्रा एडमिट कार्ड लेने पहुंची, पता चला कि उसका एडमिट कार्ड सेमेस्टर थ्री के लिए था. इसके बाद छात्रा ने सबसे पहले कॉलेज के संबंधित कर्मचारी से इसकी शिकायत की. तब उसे किसी तरह कॉलेज के स्तर पर ही सेमेस्टर फोर का एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया. लेकिन कॉलेज की ओर से इसकी सूचना विवि को नहीं दी गयी.

By Prabhat Khabar | March 23, 2021 10:00 AM

Jharkhand News, Bokaro News बोकारो : चास स्थित चास कॉलेज की लापरवाही के चलते ग्रेजुएशन सत्र 2015-18 की एक छात्रा की पढ़ाई बर्बाद हो गयी है. विश्वविद्यालय ने इस छात्रा को सोमवार से शुरू हुए सेमेस्टर फोर की परीक्षा में सम्मिलित होने से रोक से दिया है. इस सत्र के बचे विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई पूरी करने का अंतिम मौका दिया गया था. विवि के अनुसार, अब इस सत्र के छात्रों की परीक्षा दुबारा नहीं ली जायेगी. ऐसे में नियमत: इनका रजिस्ट्रेशन समाप्त हो जायेगा.

चास कॉलेज में सत्र 2015-18 की एक छात्रा इस सत्र की सेमेस्टर फोर की परीक्षा में फेल हो गयी थी. उसने परीक्षा के लिए फॉर्म भरा था. लेकिन कॉलेज के एक कर्मचारी ने लापरवाही से छात्रा की एंट्री सेमेस्टर थ्री की परीक्षा के लिए कर दी. परीक्षा से पहले जब कॉलेज में छात्रा एडमिट कार्ड लेने पहुंची, पता चला कि उसका एडमिट कार्ड सेमेस्टर थ्री के लिए था. इसके बाद छात्रा ने सबसे पहले कॉलेज के संबंधित कर्मचारी से इसकी शिकायत की. तब उसे किसी तरह कॉलेज के स्तर पर ही सेमेस्टर फोर का एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया. लेकिन कॉलेज की ओर से इसकी सूचना विवि को नहीं दी गयी.

बीएड कॉलेज बोकारो के परीक्षा केंद्र पर पहुंची थी छात्रा

सोमवार को जब छात्रा एआरएस बीएड कॉलेज, बोकारो के परीक्षा केंद्र पर पहुंची तो कॉलेज स्तर पर जारी एडमिट कार्ड को देखकर वहां केंद्राधीक्षक ने परीक्षा देने से रोक दिया. केंद्राधीक्षक ने मामले की शिकायत विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक से कर दी. सूचना मिलने के बाद परीक्षा नियंत्रक डॉ सत्यजीत सिंह ने चास कॉलेज की उस छात्रा से बातचीत की.

छात्रा ने आरोप लगाया कि मैन्युअल एडमिट कार्ड जारी करने के लिए कॉलेज के कर्मचारी ने उससे दो हजार रुपये लिये हैं. परीक्षा नियंत्रक ने संबंधित कर्मचारी से पूछताछ की. इसके बाद कुलपति प्रो अंजनी कुमार श्रीवास्तव से चास कॉलेज के संबंधित कर्मचारी और वहां परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की.

Posted By : Sameer Oraon

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