इस वर्ष भी चास को नहीं मिली बिजली समस्या से निजात

चास : वर्ष 2018 में चास व आसपास के लोगों को अनियमित बिजली की समस्या से निजात नहीं मिली. सौभाग्य योजना के तहत घर-घर बिजली पहुंचाने का काम विद्युत विभाग की ओर से किया गया, लेकिन चास सब स्टेशन की आधारभूत संरचना को विकसित नहीं किया गया. इसके कारण लोगों को अनियमित विद्युत आपूर्ति की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 24, 2018 6:05 AM
चास : वर्ष 2018 में चास व आसपास के लोगों को अनियमित बिजली की समस्या से निजात नहीं मिली. सौभाग्य योजना के तहत घर-घर बिजली पहुंचाने का काम विद्युत विभाग की ओर से किया गया, लेकिन चास सब स्टेशन की आधारभूत संरचना को विकसित नहीं किया गया. इसके कारण लोगों को अनियमित विद्युत आपूर्ति की समस्या से जूझना पड़ रहा है.
गौरतलब हो कि चास व आसपास के क्षेत्रों में नियमित रूप से विद्युत आपूर्ति करने के लिए करीब 70 मेगावाट बिजली की जरूरत है. लेकिन, वर्तमान समय में सिर्फ 45 मेगावाट बिजली की ही आपूर्ति की जा रही है.
चार साल में नहीं बन पाया फुदनीडीह सब स्टेशन
वर्ष 2014 में फुदनीडीह में सब स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू किया गया था और छह माह के अंदर काम पूरा कर लेना था. लेकिन अभी तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है. इस सब स्टेशन को चालू करने में अभी भी छह माह का समय ओर लग सकता है.
फुदनीडीह सब स्टेशन में 33केवीए का लाइन डीवीसी चंद्रपुरा से लाया जा रहा है. इसकी दूरी करीब 15 किमी है. अभी तक सिर्फ पांच किमी ही तार लग पाया है. लाइन को दामोदर नदी पार कराने के लिए अभी तक दोनों छोर पर टावर भी खड़ा नहीं हुआ है. बीते माह के अंतिम सप्ताह में विभाग की ओर से टावर उपलब्ध कराया गया है. लेकिन अभी तक टावर खड़ा करने का काम नहीं शुरू हो पाया है.
धीमी गति से चल रहा है नया पोल व तार लगाने का काम
विद्युत विभाग की ओर से वर्ष 2017 से ही 46 करोड़ रुपये की लागत से नया पोल व बिजली तार लगाने का काम किया जा रहा है. विद्युत विभाग का गोपी कृष्णा कंपनी के साथ हुए एकरारनामा के अनुसार अक्तूबर 2018 में इस कार्य को पूरा कर लेना था. लेकिन, अभी भी चास क्षेत्र में 40 फीसदी कार्य करना बाकी है. विभाग की ओर से संवेदक कंपनी को फरवरी 2019 तक कार्य पूरा कर लेने का निर्देश दिया गया है.
चास व आसपास के क्षेत्रों में 61 हजार हैं घरेलू विद्युत उपभोक्ता
चास शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 61 हजार के आसपास घरेलू विद्युत उपभोक्ता हैं. वहीं 5114 व्यावसायिक उपभोक्ता व 644 औद्योगिक विद्युत उपभोक्ता हैं. नियमित बिजली नहीं मिलने से व्यवसायी व औद्योगिक उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. डीवीसी की लोड शेडिंग के कारण भी लोगों को काफी परेशानी हो रही है.

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