अपनों ने छोड़ा साथ, तो मदद के लिए बढ़े ये हाथ…
बेरमो : रास्ते के भिखारी को कुछ लोग नजरअंदाज करके निकल जाते हैं. कई बार हाथ फैलाने वाले तकलीफ में होते हैं, पैर में चोट होती है या शरीर में दूसरी जगह जख्म के निशान होते हैं. किसी को अगर यह तकलीफ नजर आयी और थोड़ी संवेदना जगी, तो मदद के रूप में कुछ पैसे […]
बेरमो : रास्ते के भिखारी को कुछ लोग नजरअंदाज करके निकल जाते हैं. कई बार हाथ फैलाने वाले तकलीफ में होते हैं, पैर में चोट होती है या शरीर में दूसरी जगह जख्म के निशान होते हैं. किसी को अगर यह तकलीफ नजर आयी और थोड़ी संवेदना जगी, तो मदद के रूप में कुछ पैसे दे दिये. कुछ लोग मुंह फेरकर आगे बढ़ जाते हैं, तो कुछ मदद कर देते हैं.
वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो हाथ में सिर्फ पैसे देकर ही आगे नहीं बढ़ते बल्कि उनका हाथ थाम लेते हैं, उनकी तकलीफ से खुद को जोड़ लेते हैं. बेरमो के रहने वाले कुछ बच्चों ने एक ऐसे ही गरीब इंसान की मदद की. बोकारो जिले के बेरमो में संडे बाजार के रहने वाले भुइंया गोप तकलीफ में थे. उनके पैर में चोट इतनी गंभीर थी कि उसमें कीड़े लगने लगे थे. उनका इलाज कराने वाला कोई नहीं था और ना वह खुद अस्पताल तक जा रहे थे. अभिमन्यू पासवान और शिबू रवानी ने जब भुइंया को देखा तो उनकी मदद के लिए आगे आये.