सुप्रियो भट्टचार्य ने कहा, संघ कार्यकर्ताओं ने झामुमो कार्यकर्ताओं को पीटा

रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज यहां आरोप लगाया कि संथाल परगना में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कथित कार्यकर्ताओं ने कल रात एक झामुमो कार्यकर्ता की पिटाई की और उल्टे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया. सुप्रियो ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 19, 2014 8:57 PM

रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज यहां आरोप लगाया कि संथाल परगना में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कथित कार्यकर्ताओं ने कल रात एक झामुमो कार्यकर्ता की पिटाई की और उल्टे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया.

सुप्रियो ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह आरोप लगाये और कहा कि झामुमो के एक प्रतिनिधिमंडल ने यहां मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिलकर झामुमो का पक्ष रखा और जांच कराने की मांग की कि जब स्वयं मुख्यमंत्री त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रहते हैं तब वह मारपीट की किसी घटना में कैसे मौजूद हो सकते हैं.
इससे पूर्व चुनाव आयोग के सूत्रों ने यहां बताया था कि कल दुमका के मुराबहाल में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट और भाजपा कार्यालय में तोडफोड के आरोप में मुफस्सिल थाने में मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार हेमंत सोरेन के खिलाफ भाजपा ने मामला दर्ज करवाया गया है. इस मामले की जांच स्वयं आयोग भी कर रहा है.
मुराबहाल में कल झामुमो कार्यकर्ताओं पर भाजपा कार्यकर्ताओं की पिटाई का आरोप लगा था. भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री के इशारे पर ही यह घटना घटी.
इस बीच आज भाजपा की दुमका प्रत्याशी लुई मरांडी ने घटना के विरोध में दुमका में धरना दिया और मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.कल रात और आज दुमका में अनेक स्थानों पर भाजपा और झामुमो कार्यकर्ताओं में मारपीट की घटनाएं हुईं जिसे लेकर दोनों पार्टियों में आरोप प्रत्यारोप के दौर चल रहे हैं.
दूसरी तरफ, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चेतावनी भरे स्वर में कहा है कि भाजपा कार्यकर्ता संयम बरतें क्योंकि झामुमो कार्यकर्ताओं ने चूडियां नहीं पहन रखी हैं.उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता संयम बरतें अन्यथा हालात बिगडने पर पूरी जिम्मेदारी भाजपा की होगी. भाजपा की हताशा का नमूना है क्योंकि मुख्यमंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराना उनकी खीज दीखती है.

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