तमाड़ में जेसीबी जलाने के आरोप में दो लोग हिरासत में

रांची : तमाड़ थाना क्षेत्र के बैतिया गांव में सड़क निर्माण कार्य में लगे एक जेसीबी, एक रोलर तथा एक ग्रेडर जलाने की घटना में शामिल होने के आरोप में पुलिस ने दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस की आरंभिक पूछताछ में दोनों ने घटना में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 10, 2018 12:26 AM
रांची : तमाड़ थाना क्षेत्र के बैतिया गांव में सड़क निर्माण कार्य में लगे एक जेसीबी, एक रोलर तथा एक ग्रेडर जलाने की घटना में शामिल होने के आरोप में पुलिस ने दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस की आरंभिक पूछताछ में दोनों ने घटना में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है. पुलिस की छापेमारी प्रभु सहाय और उसके दस्ता के सदस्यों की तलाश में जारी है.
उल्लेखनीय है कि जमशेदपुर की ओम शंकर कंस्ट्रक्शन कंपनी एनएच 33 उलीडीह से बौतिया भाया दिदली तक सड़क निर्माण का कार्य कर रही है. दीपावली के कारण निर्माण कार्य बंद कर सभी वाहनों को बैतिया गांव के नव प्राथमिक विद्यालय के समीप सड़क निर्माण कार्य कर रहे कर्मचारियों ने एक जगह पर रखा था, जिसमें पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने गत मंगलवार की देर रात आग लगा दी थी.
वहां से जाने से पहले पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने फायरिंग भी की थी. पुलिस को आरंभिक जांच में जानकारी मिली है कि पीएलएफआइ का उग्रवादी सैयनाथ मुंडा पूर्व में कंपनी से लेवी की मांग करता था. लेकिन पुलिस उसे गिरफ्तार करके पूर्व में जेल भेज चुकी है. उग्रवादी प्रभु सहाय भी सैनाथ के दस्ता के लिए काम करता था.
सैनाथ की गिरफ्तारी को लेकर प्रभु सहाय को आशंका थी कि उसे कंपनी के लोगों ने पुलिस से मिल कर गिरफ्तार करवाया था. इसी वजह से प्रभु सहाय ने अपने दस्ता के सदस्यों से घटना को अंजाम दिलवाया. पुलिस इस जानकारी का और सत्यापन कर रही है. हालांकि अभी किसी पुलिस अधिकारी के सैनाथ की गिरफ्तारी के विरोध में घटना को अंजाम दिये जाने की पुष्टि नहीं की है.

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