गुमला : देव गैंग का भाखडू गोप गिरफ्तार, कई कांडों में संलिप्तता स्वीकार की

रायडीह (गुमला) : रायडीह पुलिस ने गुप्त सूचना पर गुरुवार की दोपहर मांझाटोली बस स्टैंड के समीप से देव ग्रुप गैंग के सदस्य जगरनाथ गोप उर्फ भाखडू गोप को गिरफ्तार किया है. जगरनाथ ने पुलिस के समक्ष कई कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. उसने पुलिस को बताया है कि केमटे गांव में मुनू […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 19, 2018 5:23 AM
रायडीह (गुमला) : रायडीह पुलिस ने गुप्त सूचना पर गुरुवार की दोपहर मांझाटोली बस स्टैंड के समीप से देव ग्रुप गैंग के सदस्य जगरनाथ गोप उर्फ भाखडू गोप को गिरफ्तार किया है. जगरनाथ ने पुलिस के समक्ष कई कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. उसने पुलिस को बताया है कि केमटे गांव में मुनू सिंह व उसकी पत्नी शीला देवी को अगवा किया था. इसके बाद शीला देवी की हत्या कर दी थी.
इस संबंध में मुनू सिंह ने जगरनाथ गोप व शंकर गोप के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी थी. हत्या का कारण भाखडू व मुनू सिंह के घर के समीप खाली जमीन थी, जिस पर मुनू सिंह ने मनरेगा के तहत आम्रपाली आम की बागवानी की थी. भाखडू का आरोप था कि बागवानी में उसकी जमीन भी आ गयी है. वहीं शंकर गोप की पत्नी व मुनू सिंह की पत्नी दोनों मनरेगा मेठ थी, लेकिन मुनू सिंह की पत्नी को मेठ का सारा काम मिलता था, जबकि शंकर की पत्नी को काम नहीं मिलता था, जिस वजह से हत्या की गयी. हत्या के बाद रायडीह पुलिस ने शंकर को पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि जगरनाथ गोप फरार चलरहा था. गुरुवार को जगरनाथ गोप को गिरफ्तार किया गया.
उसने पुलिस को बताया कि एक अप्रैल को जारी प्रखंड के रूद्रपुर पुल के समीप एक बाइक चालक से रंगदारी मांगी थी व बाइक जला दी थी. बाइक चालक पर गोली भी चलायी थी, लेकिन वह भाग निकला था. इसी तरह छह अप्रैल की रात गोविंदपुर स्कूल मैदान में मंत्री व वैभव बस के कर्मियों से हथियार के बल पर लूटपाट की थी. उक्त दोनों बस में लूटपाट करने में रवि सिंह, विनय सिंह, जगरनाथ गोप, नंदु सिंह, सनम सिंह, बादल सिंह, अर्जुन गोप व संजय खड़िया शामिल थे. शीला देवी हत्याकांड के बाद उसने सिसई के अर्जुन गोप के घर में शरण ली. पुलिस के अनुसार, 18 अप्रैल को सिसई के बिरकेरा गांव में जोन्हा खड़िया की हत्या चाकू गोद कर हत्या कर दी गयी थी. इसे अर्जुन गाेप, अनिल गोप व जगरनाथ उर्फ भाखडू ने अंजाम दिया था. शादी समारोह में शराब पीने के बाद उठे विवाद में जोन्हा खड़िया की हत्या कर दी गयी थी.
इसी तरह 19 अप्रैल को नागफेनी नदी के समीप दिलीप साहू की गला घोंट कर हत्या करने में उपरोक्त सभी शामिल थे. दिलीप साहू की हत्या महज इसलिए कर दी गयी थी कि वह उपरोक्त अपराधियों के नहाने के क्रम में दिलीप ने दो बार मुड़ कर उन्हें देख लिया था. पहचाने जाने के डर से उसकी हत्या कर दी.

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