नीरज सिंह हत्याकांड: यूपी के डॉन से जुड़ रहे हैं हत्याकांड के तार, शूटर सोनू गिरफ्तार

धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर व कांग्रेस नेता नीरज सिंह हत्याकांड में शामिल एक और अभियुक्त सोनू को वाराणसी एसटीएफ ने धनबाद पुलिस के सहयोग से शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया. कुर्बान अली उर्फ सोनू मुस्ताफाबाद सरैया, थाना-कादीपुर जिला सुलतानपुर का रहनेवाला है. सोनू यूपी पुलिस का 25 हजार का इनामी अपराधी है. कैंट रेलवे स्टेशन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 24, 2017 7:27 AM
धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर व कांग्रेस नेता नीरज सिंह हत्याकांड में शामिल एक और अभियुक्त सोनू को वाराणसी एसटीएफ ने धनबाद पुलिस के सहयोग से शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया. कुर्बान अली उर्फ सोनू मुस्ताफाबाद सरैया, थाना-कादीपुर जिला सुलतानपुर का रहनेवाला है.

सोनू यूपी पुलिस का 25 हजार का इनामी अपराधी है. कैंट रेलवे स्टेशन के पास से शूटर कुर्बान अली उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया गया है. सोनू की गिरफ्तारी धनबाद पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है. मामले में एक शूटर अमन पहले से ही पुलिस कस्टडी में हैं. पुलिस हत्या में प्रयुक्त दोनों बाइक बरामद कर उसकी पहचान भी करवा चुकी है. पुलिस मामले में मास्टर माइंड संतोष व पंकज को खोज रही है, जिस पर शूटरों को हायर कर धनबाद बुलाने का आरोप है.
यूपी एसटीएफ ने ही चार मई को हत्याकांड में शामिल शूटर अमन सिंह को दबोचा था. अमन को धनबाद पुलिस नीरज मर्डर केस में रिमांड कर धनबाद ला चुकी है. अमन अभी धनबाद जेल में बंद है. अमन को पुलिस रिमांड पर लेकर भी पूछताछ कर चुकी है. अमन ने पुलिस को बताया था कि उसके साथ हत्या को अंजाम देने में शूटर विजय, सतीश व सोनू भी था. विजय, सतीश व सोनू का पता-ठिकाना पुलिस को नहीं मिल रहा था. अमन ने पुलिस पूछताछ में अपने साथियों के नाम बताये थे, जिनमें सोनू भी शामिल था. सोनू का असली नाम कुर्बान अली है.
पेट्रोल पंप लूट में जेल जा चुका है सोनू उर्फ कुर्बान अली : यूपी के कादीपुर में वर्ष 2014 में हुई पेट्रोल पंप पर लूट में कुर्बान अली जेल गया था. उस समय माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी भी सुल्तानपुर की जेल में बंद था. मुन्ना बजरंगी से मिलने पंकज सिंह आता था जो पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड का मुख्य सूत्रधार है. जेल में जाते समय ही पंकज सिंह की मुलाकत कुर्बान अली से हुई थी. जेल से छूटने के बाद कुर्बान अली लगातार पंकज सिंह के संपर्क में था. पंकज ने ही डिप्टी मेयर की हत्या के सोनू को हायर किया था.
बकाया पैसा लेने का इंतजार कर रहा था सोनू
बकौल सोनू : हत्या के बाद उसे पांच लाख रुपये मिलने थे. नीरज सिंह की हत्या के बाद सारे शूटर अलग-अलग हो गये थे. इसके चलते कुर्बान अली उर्फ सोनू को अपना पैसा नहीं मिल पाया था. पैसे लेने के चलते ही वह वाराणसी में किसी से मिलने वाला था, इसी दौरान वह पकड़ा गया. अब पुलिस को मामले में सतीश व विजय नामक शूटर की तलाश है. अमन नामक मुख्य शूटर पुलिस गिरफ्त मे आने के बाद अपने तीन सहयोगियों के नाम बताये थे. तीनों का असली नाम व ठिकाना वह नहीं जानता है. अमन ने पुलिस को दिये गये बयान में कहा था कि सुलतानपुर लंभुआ के पंकज सिंह के कहने पर वह धनबाद पहुंचा था. धनबाद में उसे कुसुम विहार किराये के मकान में सतीश, विजय व सोनू के साथ ठहराया गया था.

Next Article

Exit mobile version