खूंटी: घर में सोये थे जॉन लुगून, अपराधियों ने दी आवाज, दरवाजा खुलवाया, मुखिया की गोली मार कर हत्या

रांची/खूंटी: रनिया प्रखंड के चलगिदा गांव में 22 जून की रात अपराधियों ने खटकुरा पंचायत के मुखिया जॉन लुगून (38 वर्ष) की गोली मारकर हत्या कर दी. सूचना मिलने पर एसपी अश्विनी सिन्हा, एसडीपीओ नाजीर अख्तर शुक्रवार की सुबह घटनास्थल पर पहुंचे. शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल खूंटी भिजवाया. जानकारी के मुताबिक जॉन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 24, 2017 7:25 AM

रांची/खूंटी: रनिया प्रखंड के चलगिदा गांव में 22 जून की रात अपराधियों ने खटकुरा पंचायत के मुखिया जॉन लुगून (38 वर्ष) की गोली मारकर हत्या कर दी. सूचना मिलने पर एसपी अश्विनी सिन्हा, एसडीपीओ नाजीर अख्तर शुक्रवार की सुबह घटनास्थल पर पहुंचे. शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल खूंटी भिजवाया. जानकारी के मुताबिक जॉन घर में सोये हुए थे.

इसी बीच पांच हथियारबंद अपराधी पहुंचे व उन्हें आवाज दी. जॉन ने ज्यों ही दरवाजा खोला, अपराधियों ने उन्हें दरवाजे से बाहर खींच कर सिर, छाती व जांघ में गोलियां दाग दी. मौके पर ही उनकी मौत हो गयी. इसके बाद अपराधी जॉन के सिर को पत्थर से कूच कर फरार हो गये. गोली की आवाज सुन कर जॉन की पत्नी व अन्य परिजन घर में ही दुबके रहे. अपराधियों के जाने के बाद बाहर निकले, तो देखा कि जॉन की हत्या हो गयी है. परिजनों ने शुक्रवार की सुबह घटना की सूचना रनिया पुलिस को दी.

मुखियाओं ने किया घटना का विरोध, घंटों बाद हुआ पोस्टमार्टम : जॉन लुगून का शव पोस्टमार्टम के लिए खूंटी लाये जाने पर जिला के विभिन्न प्रखंडों के मुखिया पहुंचे. घटना के प्रति उनमें रोष था. जिला मुखिया संघ के अध्यक्ष सोमा कैथा एवं सचिव निरल तोपनो का कहना था कि गत माह ओकड़ा पंचायत की मुखिया पुष्पा भेंगरा को गोली मारकर घायल कर दिया गया था. अब जॉन लुगून की हत्या हो गयी. जिले के मुखिया लगातार अपराधियों के निशाने पर हैं. पुलिस मुखिया को सुरक्षा मुहैया कराये, अन्यथा सामूहिक इस्तीफा दिया जायेगा. उन्होंने साफ कहा कि तोरपा विधायक पौलुस सुरीन के आने के बाद ही शव का पोस्टमार्टम करायेंगे. इसके बाद विधायक सुरीन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और शव का पोस्टमार्टम कराया जा सका.

मुखियाओं को पूर्ण सुरक्षा देना पुलिस का काम : विधायक पौलुस सुरीन ने खूंटी एसडीपीओ रणवीर सिंह से वार्ता की और कहा कि मुखियाओं को पूर्ण सुरक्षा देना पुलिस का काम है. दहशत में मुखिया कैसे काम करेंगे. पुलिस प्रशासन जॉन लुगून के परिजनों को 10 लाख मुआवजा एवं एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दे. दोषियों को गिरफ्तार करे. इस पर एसडीपीओ ने कहा कि पुलिस के प्रारंभिक अनुसंधान के मुताबिक पीएलएफआइ के एरिया कमांडर शनिचरा सुरीन एवं मंगरा लुगून के दस्ते ने घटना को अंजाम दिया है. शीघ्र हत्यारे गिरफ्तार किये जायेंगे. रही बात मुआवजा व सरकारी नौकरी दिलाने की, तो इसके लिए विभाग तेजी से प्रक्रिया शुरू करेगा. जॉन लुगून का एक भाई दर्शन लुगून जमशेदपुर में पुलिस विभाग में कार्यरत है. पुलिस अधीक्षक अश्विनी सिन्हा ने बताया कि उनकी पूरी टीम घटना के पीछे लगी है. दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा.

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