नहीं थम रहा चमकी बुखार का कहर

हाजीपुर/महनार : महनार में भी अब चमकी बुखार ने अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है. जानकारी के अनुसार महनार नगर के इशाकपुर वार्ड संख्या 24 निवासी अमिताभ राय के 2 माह के पुत्र अभिनाश कुमार की मौत तेज़ बुखार आने से हो गयी. परिजनों व स्थानीय लोगों के अनुसार अविनाश को बीती रात तेज […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 20, 2019 5:34 AM

हाजीपुर/महनार : महनार में भी अब चमकी बुखार ने अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है. जानकारी के अनुसार महनार नगर के इशाकपुर वार्ड संख्या 24 निवासी अमिताभ राय के 2 माह के पुत्र अभिनाश कुमार की मौत तेज़ बुखार आने से हो गयी. परिजनों व स्थानीय लोगों के अनुसार अविनाश को बीती रात तेज बुखार आया और अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. परिजन आनन- फानन में उसे स्थानीय निजी चिकित्सक के पास इलाज के लिए ले गये.

इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. जिले में संदिग्ध एइएस चमकी बुखार का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा. बुधवार को भी जिले के भगवानपुर, गोरौल समेत अन्य प्रखंडों में कई बच्चे चमकी बुखार के शिकार हुए. बुधवार को दो बजे दिन तक सदर अस्पताल स्थित पेडियाट्रिक आइसीयू में छह बच्चे एडमिट किये जा चुके थे. बीते एक पखवाड़े के अंदर जिले में 17 बच्चों की मौत और इससे मची चीख-पुकार ने लोगों का दिल दहला दिया है.
महकमा अलर्ट, कैंप कर रही मेडिकल टीम: जिले में संदिग्ध एइएस के प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा सचेत हो गया है. मस्तिष्क ज्वर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव को लेकर जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट किया गया है. सदर अस्पताल में 10 बेड का एइएस वार्ड खोला गया है, जिसमें चिकित्सा पदाधिकारी और पारा मेडिकल स्टाफ के अलावे तीन नर्स तथा तीन वार्ड अटेंडेंट की तैनाती की गयी है. इसके अलावे सभी पीएचसी प्रभारियों को अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है.
जिले के भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र के प्रभावित इलाके में चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व में मेडिकल टीम रोजाना कैंप कर रही है. बुधवार को सदर अस्पताल के पीकू वार्ड में इलाज को पहुंचने वाले पीड़ित बच्चों में असादरपुर निवासी पवन कुमार, मथुरा निवासी शिवराज, मानपुरा निवासी अंकुश कुमार, सराय निवासी कृतेश रंजन, वारिसपुर निवासी राजा अली, सोनू कुमार को भरती किया गया.
चमकी बुखार को लेकर हुई बैठक
जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार वैशाली प्रेम रंजन मिश्रा के निर्देशानुसार चमकी बुखार के व्यापक प्रकोप को देखते हुए एक कमेटी का गठन किया गया है. जिसमें डॉक्टर सर्वेश्वर कुमार, राजेश कुमार , कन्हाई शुक्ला संस्थान के सचिव सुधीर कुमार शुक्ला, पैनल अधिवक्ता भगवान राय एवं रितु कुमारी को शामिल किया गया है.
कमेटी की बैठक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार वैशाली श्रीमती रचना राज की अध्यक्षता में उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित की गयी. बैठक में इस बीमारी के संबंध में व्यापक चर्चा की गयी. इस दौरान निर्णय लिया गया कि प्रभावित गांव में पारा लीगल वॉलिंटियर के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक निर्देश दिये गये.
रोग से बचाव के लिए इन बातों का रखें ध्यान
बच्चों को धू में न निकलने दें. घर से बाहर निकलते वक्त भरपेट खाना, पानी, ओआरएस या ग्लूकोज पिला दें.
रात में सोने से पहले खाना जरूर खिलायें
यदि बच्चों को चकमी आ रही हो तो मुंह में कुछ न डालें. यदि बच्चा कुछ पीने की स्थिति में हो, तभी उसे ओआरएस, ग्लूकोज या चीनी का घोल पिलायें.
यदि आशा या एएनएम के पास ग्लूकोमीटर हो तो मरीज के खून में शुगर लेवल की जांच जरूर करायें.
तेज बुखार होने पर पूरे शरीर को ताजा पानी से पोंछे और पंखे से हवा करें, ताकि बुखार 100 डिग्री से कम हो सके.
क्या कहते हैं अधिकारी
स्वास्थ्य महकमा चमकी बुखार अथवा मस्तिष्क ज्वर से बचाव और पीड़ित बच्चों के समुचित इलाज की व्यवस्था को लेकर गंभीर है. सदर अस्पताल में पेडियाट्रिक आइसीयू की व्यवस्था की गयी है, इसमें 10 बेड लगाये गये हैं. जरूरत पड़ने पर और बेड बढ़ाये जायेंगे.
प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल टीम जा रही है. आशा, एएनएम को 15 साल तक के बच्चों पर नजर रखने और बीमारी का लक्षण दिखते ही निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्र तक जल्दी पहुंचाने का निर्देश दिया गया है. जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों समेत अन्य अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है. विभाग सतर्क है.
डाॅ इंद्रदेव रंजन, सिविल सर्जन

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