न्याय की गुहार लगाने थाना पहुंचे पीड़ित से मुंशी ने मांगा नजराना

थाना पहुंचे पीड़ित से मुंशी ने मांगा नजराना

By Prabhat Khabar Print | May 18, 2024 1:52 PM

न्याय की गुहार लगाने थाना पहुंचे पीड़ित से मुंशी ने मांगा नजराना, थानाध्यक्ष ने कहा 15 साल से थाना चला रहे हैं, मुंशी को देना ही पड़ता है रुपया

मामले का सोशल मीडिया पर तेजी से हो रहा वीडियो वायरल

प्रभात खबर वायरल वीडियो का सपोर्ट नहीं करती है

प्रतिनिधि,सुपौल

पिपरा थाना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में पिपरा थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर संजय दास थाने के मुंशी द्वारा अवैध वसूली को अपनी सहमति देते नजर आ रहे हैं. थानाध्यक्ष कहते हैं कि बतौर थानेदार उन्होंने 15 साल नौकरी की है और ऐसा कोई थाना नहीं रहा, जहां मुंशी 200 और 500 रुपए लिए बिना काम करता हो. थानाध्यक्ष दास मुंशी के अवैध वसूली को जायज ठहरा रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो बुधवार की रात का बताया जा रहा है. वायरल वीडियो में थाना अध्यक्ष किसी महिला को समझाने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं. हालांकि, इस वीडियो की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता है.

मारपीट मामले की शिकायत पर मुंशी ने मांगा खर्चा

स्थानीय लोगों के अनुसार घटना बुधवार शाम की है, जहां पिपरा थाना क्षेत्र अंतर्गत तुलापट्टी पंचायत वार्ड 03 में जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट हुई. इस घटना में एक पक्ष से तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए. जिसका आवेदन लेकर घायल पक्ष के लोग पिपरा थाना पहुंचे. लेकिन थाना में आवेदन लेने के बदले यहां उनसे पैसों की मांग की जाने लगी. थाना में आवेदन देने के लिए पहुंचे पीड़ित पक्ष के राधेश्याम मंडल ने बताया कि गांव के ही विद्यानंद मंडल से जमीन विवाद को लेकर मारपीट हो गई. जिसका आवेदन देने पिपरा थाना पहुंचे. थाना में मौजूद मुंशी ने खर्चा देने की बात कही. पीड़ित पक्ष के लोग इसके लिए सक्षम नहीं थे. जिस कारण थाना में आवेदन नहीं लिया जा रहा था. काफी देर रुकने के बाद थानाध्यक्ष से मुलाकात हुई तो पीड़ितों ने अपनी समस्या बतायी. जहां थानाध्यक्ष भी मुंशी को रुपए देने की बात कहने लगे.

मुंशी द्वारा रुपए की मांग नई बात नहीं

पीड़ित के अनुसार थानाध्यक्ष से जब मुंशी की शिकायत की गई तो पहले उन्होंने यह पूछा कि रुपए किसने मांगा. कहा कि हम 15 साल से थाना चला रहे हैं. हर थाना के मुंशी को दो-चार-पांच सौ रुपए देना ही पड़ता है. कोई नई बात नहीं है, रिकॉर्डिंग करना है कर लीजिए. हम खुलेआम बोलते हैं. बहरहाल, थानाध्यक्ष की बातें मोबाइल कैमरे में कैद हो गई और अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.

सदर एसडीपीओ को मिली जांच की जिम्मेवारी

सोशल मीडिया पर वायरल पिपरा थाना का यह वीडियो सुपौल एसपी शैशव यादव तक भी पहुंचा. एसपी ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही जांच शुरू कर दी गई है. सदर एसडीपीओ को जांच की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. मामले में उचित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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