निर्मली के जदयू विधायक से धक्का-मुक्की

शिलापट्ट पर प्रमुख का नाम नहीं रहना बना विरोध का कारण कुनौली(सुपौल) : डगमारा पंचायत स्थित लाखों की लागत से तैयार पंचायत सरकार भवन का बुधवार को उद‍्घाटन करने पहुंचे जदयू विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव को विरोध का सामना करना पड़ा. विरोध के कारण उद‍्घाटन समारोह कुछ समय रणभूमि में तब्दील हो गया. मौके पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 25, 2017 4:18 AM

शिलापट्ट पर प्रमुख का नाम नहीं रहना बना विरोध का कारण

कुनौली(सुपौल) : डगमारा पंचायत स्थित लाखों की लागत से तैयार पंचायत सरकार भवन का बुधवार को उद‍्घाटन करने पहुंचे जदयू विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव को विरोध का सामना करना पड़ा. विरोध के कारण उद‍्घाटन समारोह कुछ समय रणभूमि में तब्दील हो गया. मौके पर उपस्थित भीड़ ने विधायक के साथ धक्का-मुक्की भी की. भीड़ पर नियंत्रण के लिए एसडीओ अरुण कुमार सिंह व डीसीएलआर सुधांशु शेखर को भारी मशक्कत करनी पड़ी.
निर्मली के जदयू….
मौके पर निर्मली प्रमुख राम प्रवेश यादव के समर्थकों ने विधायक को काला झंडा दिखाकर आक्रोश का इजहार किया.
प्रमुख का नाम अंकित कराने के बाद ही उद्घाटन : कार्यपालक अभियंता स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन कार्य प्रमंडल द्वारा 91 लाख 94 हजार 366 रुपये की लागत से पंचायत सरकार भवन तैयार कराया गया है. उक्त भवन के शिलापट्ट पर प्रमुख राम प्रवेश यादव का नाम अंकित नहीं किये जाने के कारण मामले ने तूल पकड़ लिया. भवन का उद‍्घाटन करने पहुंचे विधायक को विरोध के चलते बिना उद‍्घाटन के ही लौटना पड़ा. उद‍्घाटन कार्य का विरोध कर रहे आक्रोशित लोगों का कहना था कि पंचायत सरकार भवन में लगाये गये शिलापट्ट पर प्रमुख का नाम अंकित किया जाना चाहिए था. समर्थकों का यह भी कहना था कि जब तक इस मसले को सुलझाया नहीं जायेगा. तब तक पंचायत सरकार भवन का उद‍्घाटन होने नहीं देंगे.
घटना के बाद लगाये जा रहे कयास
लोगों का कहना है कि किसी भी सरकारी भवन के उद‍्घाटन के मौके पर सुरक्षा व्यवस्था का बेहतर इंतजाम किया जाता रहा है. विधायक व जनप्रतिनिधियों के आगमन पर विशेष सुरक्षा प्रदान की जाती है, लेकिन डगमारा पंचायत में बुधवार को जिस प्रकार की घटना घटित हुई. इसके लिये कहीं न कहीं जिम्मेदार दोषी हैं.
हंगामा को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस प्रशासन को परेशानी उठानी पड़ी. मौके पर डीएसपी संतोष कुमार, इंस्पेक्टर निर्मली, थाना प्रभारी सरोज कुमार, एनके निराला, मुकेश भगत, राजेश्वर सिंह सहित बड़ी संख्या में जवान उपस्थित थे. लोग विधायक व प्रमुख की आपसी वर्चस्व को घटना का कारण बता रहे हैं.

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