धूप से लोग परेशान, तापमान पहुंचा 43 पर

सीवान. मई के प्रथम सप्ताह में भी भीषण गर्मी और लू के प्रकोप से लोगों को राहत की उम्मीद नजर नहीं आ रही है. शुक्रवार को सुबह से ही कड़ी धूप और धूल भरी पछुआ हवा से लोग परेशान रहे.

By Prabhat Khabar | May 3, 2024 9:09 PM

सीवान. मई के प्रथम सप्ताह में भी भीषण गर्मी और लू के प्रकोप से लोगों को राहत की उम्मीद नजर नहीं आ रही है. शुक्रवार को सुबह से ही कड़ी धूप और धूल भरी पछुआ हवा से लोग परेशान रहे. मई के प्रथम सप्ताह में इस तरह की गर्मी लोगों ने पहले कभी महसूस नही की थी. आम तौर पर मई मध्य में ही पारा 40 तक पहुंचता था. मौसम में परिवर्तन और भीषण गर्मी के कारण पेयजल संकट भी गहराने लगा है.मौसम की मार से आम आदमी से लेकर पशु- पक्षी तक बेहाल हैं. जिले के कई क्षेत्रों में आग उगलती धूप के साथ पछुआ के प्रहार से लोग त्रस्त हैं. एक सप्ताह से चल रही धूल भरी तेज हवा के कारण फसल भी सूखने लगी है. किसानों को गर्मी ने दोहरी मुसीबत में डाल दिया है. फसल का सूखना किसानों के लिए मुसीबत बन रहा है.भीषण गर्मी के साथ ही लू के प्रकोप के कारण लोग बीमार पड़ने लगे हैं. सड़को पर निकले लोगो को ऐसा महसूस हो रहा था कि वह आग के निकट से गुजर रहे है. जानकारों की माने तो यदि एक सप्ताह तक ऐसे ही हवा चली तो अस्पतालों में लोगों की कतारे लग जायेगी. गुरुवार को जिले का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई. गर्मी के साथ आग बरपा रहा कहर तेज पछुआ हवा के कारण आग लगने की घटनाएं बढ़ने लगी है. प्रतिदिन कही न कहीं आग का कहर बरप रहा है. पिछले एक पखवारे में सैकड़ो से अधिक जगहों पर अगलगी की घटना हो चुकी हैं. अग्निकांड पीड़ित लोगों के लिए यह गर्मी जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहा है. सड़क व बाजार में पसरा सन्नाटा भीषण गर्मी के कारण दैनिक काम काज भी पूरी तरह प्रभावित हुआ है. तेज धूप और लू के कारण लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. दोपहर होते ही सड़कें पूरी तरह सूनी होने लगती हैं. कार्यालयों में भी लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पर रहा है. भीषण गर्मी के कारण बाजार में भीड़ कम देखी जा रही है. अंकल, बहुत गर्मी है, स्कूल बंद करवा दीजिए न – प्रचंड गर्मी में भी विद्यालय खुले रहने पर छात्र-छात्रा परेशान गुठनी. अंकल बहुत गर्मी है, स्कूल आने-जाने में परेशानी हो रही है, स्कूल बंद करवा दीजिए न. यह कथन न केवल सरकारी एवं निजी विद्यालयों के नौनिहाल कर रहें हैं अपितु उनके अभिभावक तथा शिक्षक भी करते नजर आ रहे हैं. प्रखंड में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है. गर्म हवा के थपेड़े 24 किमी प्रति घंटा के रफ्तार से चल रही है तथा आर्द्रता 16 प्रतिशत है. प्रचंड गर्मी में विद्यालय खुले रहने पर बच्चों एवं अभिभावकों ने विद्यालय संचालन पर पुनर्विचार की मांग करते हुए कहा है कि इस भयंकर गर्मी एवं गर्म हवा के थपेड़े में विद्यालय संचालन कर बच्चों के सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. प्रखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र भीषण गर्मी से झुलस रहा है. तापमान 43 डिग्री को छू चुका है. अब लू और हिट वेव का डर सताने लगा है. ऐस में मई और जून में क्या हाल होगी यह सोच कर लोग झुलसे जा रहे हैं. इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को अलर्ट कर स्वास्थ्य केंद्रों पर 24 घंटे डॉक्टर ऑन कॉल तैयार करने के साथ स्वास्थ्य सुविधा की मुकम्मल व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. गर्मी से बेहाल स्कूली बच्चों के अभिभावकों ने शासन और प्रशासन से स्कूलों को जल्द बंद करने की मांग की है. अभिभावकों का कहना है कि इतनी गर्मी में जहां घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है, वहीं स्कूल बंद नहीं होने से बच्चों को स्कूल जाना पड़ रहा है. प्रखंड के अधिकतर स्कूलों में दोपहर के समय ही छुट्टी की जा रही है. डीईओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि बढ़ते तापमान में स्कूलों की जल्द छुट्टी या ग्रीष्मकालीन अवकाश करने संबंधी कोई शिकायत मेरे पास नहीं आई है. निजी हो या सरकारी स्कूल, किसी भी संचालक ने जल्द छुट्टियां करने की मांग नहीं की है. यहां तक कि किसी अभिभावक ने भी इस संबंध में अभी तक कोई मांग नहीं की है. अगर ऐसा कोई मामला मेरे पास आएगा तो जरूर संज्ञान लेंगे.

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