छठ घाटों की सफाई नहीं होने से श्रद्धालुओं में आक्रोश

बड़हरिया : प्रखंड के सभी गांवों में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की तैयारी जोरों से चल रही है. श्रद्धालु छठ घाटों की सफाई में जुटे हैं, लेकिन प्रखंड के ऐतिहासिक यमुनागढ़ के छठ घाटों की अभी तक सफाई नहीं होने से लोगों में नाराजगी देखी जा रही है. विदित हो कि यमुना गढ़ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 16, 2015 3:54 AM

बड़हरिया : प्रखंड के सभी गांवों में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की तैयारी जोरों से चल रही है. श्रद्धालु छठ घाटों की सफाई में जुटे हैं, लेकिन प्रखंड के ऐतिहासिक यमुनागढ़ के छठ घाटों की अभी तक सफाई नहीं होने से लोगों में नाराजगी देखी जा रही है. विदित हो कि यमुना गढ़ स्थित जलाशय में पूरी तरह जलकुंभी फैल गयी है.

इससे छठव्रतियों को अर्घ दे पाना असंभव हो गया है. विदित हो कि यमुनागढ़ स्थित उत्तरी छोर पर बड़हरिया गांव के सोनार टोली, कलवार टोली व दलित बस्ती का छठ घाट है, जबकि दक्षिणी छोर पर कोइरीगांवा का घाट है, जो जलकुंभी से भरा पड़ा है. प्रशासनिक उदासीनता व जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के कारण सभी छठ घाटों की सफाई नहीं हो पायी है. पूर्व मुखिया जनार्दन प्रसाद सेठी कहते हैं कि मैं मुखिया था, तो छठ घाटों की सफाई करा देता था.

छठ घाटों की सफाई के संबंध में बीडीओ राजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि छठ घाटों की सफाई के लिए कोई अलग से मद नहीं आता है. वहीं पीएचसी प्रभारी डॉ जेवी प्रसाद ने बताया कि प्रत्येक खिन्यू विलेज को 10-10 हजार रुपये छठ घाटों की सफाई के लिए देने का प्रावधान है व एएनएम के माध्यम से मुखिया को छठ घाटों की सफाई करानी है.

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