चिंताजनक : स्कूल की नाबालिग हो रहे एड्स पीड़ित

जिले में एड्स के आंकड़े तो फिलहाल सामान्य हैं. लेकिन, सबसे चौंकाने वाली बात है कि स्कूल-काॅलेज जाने की उम्र वाले लड़के-लड़कियों में भी एड्स के लक्षण पाए जा रहे हैं.

By VINAY PANDEY | December 5, 2025 6:24 PM

सीतामढ़ी. जिले में एड्स के आंकड़े तो फिलहाल सामान्य हैं. लेकिन, सबसे चौंकाने वाली बात है कि स्कूल-काॅलेज जाने की उम्र वाले लड़के-लड़कियों में भी एड्स के लक्षण पाए जा रहे हैं. जिले में एचआइवी एड्स मरीजों की कुल संख्या करीब 8000 है. उनमें पुरुषों व महिलाओं की संख्या तकरीबन बराबर चार-चार हजार हैं. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, 18 साल की उम्र से कम आयु वर्ग वाले करीब 400 लड़के-लड़कियां शामिल हैं. इनमें 252 लड़के तो 135 लड़कियाें में एचआइवी एड्स के लक्षण पाए गए हैं. फिलहाल जिले में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 4954 है. सीतामढ़ी जिला अंतर्गत गत 01 दिसंबर 2012 को सदर अस्पताल में स्थापना वर्ष से अब तक 7948 मरीज निबंधित है. जिसमें डुमरा प्रखंड में सबसे ज्यादा व चोरौत प्रखंड में सबसे कम मरीज निबंधित है. कुल 7948 निबंधित मरीजों में से 4954 मरीज नियमित दवा का सेवन और एआरटी केंद्र आकर दवा का उठाव करते हैं.

–सदर अस्पताल से प्रतिदिन 300 मरीज ले रहे दवा

मेडिकल आफिसर डॉ मो हसीन अख्तर ने बताया कि एआरटी केन्द्र, सदर अस्पताल सीतामढ़ी से प्रतिदिन लगभग 300 मरीजों को दवा दिया जा रहा है. नोडल अधिकारी डॉ जेड जावेद ने बताया कि एआरटी केन्द्र, सदर अस्पताल, सीतामढ़ी में वर्ष 2022 से लगभग प्रतिवर्ष 500 नये मरीजों का निबंधन हो रहा है. नियमित दवा का सेवन एवं एआरटी केंद्र से स्वयं दवा का उठाव करने वाले मरीजों को, जिनका बिहार शताब्दी एड्स पीड़ित कल्याण योजनान्तर्गत् निबंधन हुआ है, वैसे कुल 3899 वयस्क मरीजों को प्रतिमाह 1500 रूपया समाज कल्याण विभाग, बिहार सरकार द्वारा बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति, शेखपुरा, पटना के माध्यम से डीबीटी द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के लाभार्थी के लिए भी परवरिश योजनान्तर्गत निबंधित लाभार्थी को 1000 रुपया प्रतिमाह दिये जाने का प्रावधान है, जो समाज कल्याण विभाग, बिहार सरकार द्वारा दिया जाता है. नोडल अधिकारी डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने बताया कि जागरूकता के लिए सभी जनमानस को एचआईवी जांच कर ये जान लेना जरूरी है कि उनका एचआईवी निगेटिव हैं या पोजिटिव. अगर जांच में पोजिटिव रिपोर्ट आती है तो यथाशीघ्र एआरटी केन्द्र, सदर अस्पताल, सीतामढ़ी आकर अपना निबंधन करायें और नियमित दवा का सेवन करें. साथ ही जो व्यक्ति दवा का सेवन कर रहे हैं, उनके लिए जागरूकता ये है कि नियमित एआरटी केन्द्र, सदर अस्पताल, सीतामढ़ी में प्रत्येक माह स्वयं आकर अपना काउन्सलिंग करायें और दवा का सेवन करें. ताकि अपने भी स्वस्थ रहें और परिवार को भी सुरक्षित रखें. जानकारी के अनुसार वर्तमान में बैरगनिया प्रखंड में 229, बोखडा में 156, बथनाहा मे 574, बेला में 194, चोरौत में 102, डुमरा मे 1107, मेजरगंज मे 281, नानपुर में 348, परिहार मे 700, परसौनी में 158, पुपरी में 346, रीगा मे 507, रुन्नीसैदपुर में 708, सुप्पी मे 177, सुरसंड में 409, सोनबरसा मे 514 व बेलसंड में 474 मरीज एड्स से पीड़ित हैं.

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