पहल: गर्भवती की अब हर माह तीन बार जांच होगी
राज्य सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य जांच समेत कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है.
सीतामढ़ी. राज्य सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य जांच समेत कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है. कल तक ऐसी महिलाओं की प्रत्येक माह की नौ व 21 तारीख को शिविर लगाकर जांच होती थी, पर हर माह 15 तारीख को भी यानि प्रत्येक माह तीन बार जांच होगी. बताया गया है कि गर्भवती को पहली तिमाही में पीएचसी/सीएचसी/आंगनबाड़ी केंद्र पर अपना निबंधन कराना होता है. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत निबंधित गर्भवती की जांच की जाती है, जो पूरी तरह निःशुल्क होता है. सरकार के निर्देश पर जिले के विभिन्न एपीएचसी में भी जांच की सुविधा शुरू की गई है. इनमें डुमरा प्रखंड अंतर्गत पकटोला व मेहसौल में गर्भवती की जांच की व्यवस्था की गई है. जांच के बाद गर्भवती को फल/चाय/नाश्ता भी कराया जाता है.
डुमरा पीएचसी प्रभारी डॉ अक्षय कुमार व बीसीएम सुजीत कुमार ने बताया कि उक्त दोनों एपीएचसी में चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति भी कर दी गई है. जरूरत पड़ने पर गर्भवती का एक्ट्रासाउंड भी कराया जाता है. पीएचसी/सीएचसी में यह सुविधा नहीं होने पर सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड जांच के लिए रेफर कर दिया जाता है. गर्भवती होने का पता चलते ही पहली बार टिटनेस का सुई, तो इसके एक माह बाद दूसरा सुई दी जाती है.
— 180 आयरन व 360 कैल्सियम की गोली
डॉ कुमार ने बताया कि संबंधित महिला को आयरन का 180, तो 360 गोली कैल्सियम का दिया जाता है. पीएचसी/एपीएचसी में सामान्य प्रसव की व्यवस्था है. सदर अस्पताल में ऑपरेशन से भी प्रसव की सुविधा है. अस्पताल में प्रसव होने पर संबंधित महिला को 14 सौ रूपये सरकार देती है. प्रसव उपरांत 42 दिनों तक आशा होम विजिट करती है और जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य की जांच करती रहती है. हर बुधवार/शुक्रवार को शिशु का निःशुल्क टीकाकरण किया जाता है. यह सुविधा आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी उपलब्ध है. बीसीएम कुमार ने बताया कि नवंबर- 25 में 151 बंध्याकरण, तो दिसंबर में अबतक 136 का बंध्याकरण हुआ है. हर माह 150 बंध्याकरण का लक्ष्य है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
