आक्रोश की आग में जलता रहा बैरगनिया

विरोध. शहर के प्रतिष्ठित राजा बाबू पर कातिलाना हमले के बाद गुस्साये लोग सीतामढ़ी/बैरगनिया : शहर के प्रतिष्ठित हस्तियों में सुमार, राजनीतिक संरक्षण प्राप्त, पुलिस-प्रशासन व जरायम की दुनिया से सीधा संबंध रखने वाले व चर्चित ठेकेदार सह पूर्व पार्षद राजीव गौतम उर्फ राजा बाबू पर कातिलाना हमले के बाद पूरा बैरगनिया शहर सोमवार को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 28, 2017 4:32 AM

विरोध. शहर के प्रतिष्ठित राजा बाबू पर कातिलाना हमले के बाद गुस्साये लोग

सीतामढ़ी/बैरगनिया : शहर के प्रतिष्ठित हस्तियों में सुमार, राजनीतिक संरक्षण प्राप्त, पुलिस-प्रशासन व जरायम की दुनिया से सीधा संबंध रखने वाले व चर्चित ठेकेदार सह पूर्व पार्षद राजीव गौतम उर्फ राजा बाबू पर कातिलाना हमले के बाद पूरा बैरगनिया शहर सोमवार को आक्रोश की आग में जलता रहा.
दिनदहाड़े शहर के मेन रोड में राजा बाबू पर हुई फायरिंग से नाराज व्यवसायियों ने दुकानें बंद कर दी. वहीं समर्थक, व्यवसायी व स्थानीय लोगों ने जगह-जगह आगजनी कर उग्र प्रदर्शन किया. लोग हमलावर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे. सड़क पर वाहनों का परिचालन बंद हो गया. कुल मिला कर दोपहर 12 बजे के बाद बाजार स्वत: स्फूर्त बंद हो गया. लोग तब शांत हुए जब एएसपी व डीएसपी सदर बैरगनिया पहुंचे.
दिनदहाड़े फायरिंग से दहशत में लोग: सोमवार को दिन दहाड़े बैरगनिया शहर के सर्वाधिक व्यस्ततम इलाके में बैरगनिया की प्रमुख हस्ती पर हुई फायरिंग के बाद इलाके में भगदड़ मच गयी. व्यवसायियों ने दुकानें बंद कर दी. अफरातफरी के बीच लोग घरों में दुबकने लगे. हालांकि वारदात को अंजाम देकर भाग रहे हमलावर को पकड़ने के लिये कुछ लोगों ने दौर कर बाबा लाल दास मठ तक पीछा किया. लेकिन हमलावर पतली गली का फायदा उठाते हुये भाग निकला.
बैरगनिया का चर्चित चेहरा है राजा बाबू : अपनी शख्सियत के लिये राजीव गौतम पहचाने जाते है. यहीं वजह है कि जनता ने उन्हें राजा बाबू का उपनाम दिया है. वह बैरगनिया का चर्चित चेहरा है. राजा बाबू मूलरूप से पूर्वी चंपारण के ढाका थाना के फुलवरिया के निवासी है, और ढाका के पूर्व विधायक पवन जायसवाल के चचेरे भाई है. वर्तमान में वह इलाके के चर्चित ठेकेदार है. जबकि पूर्व में वार्ड पार्षद रह चूके है. जिले की राजनीतिक जगत में हो या प्रशासनिक जगत में उनकी अलग पहचान है. हालांकि पूर्व में उनके संबंध जरायम की दुनिया से भी रहे है. उन्होंने शातिर अपराधियों को पकड़वाने में पुलिस की काफी सहयोग की है. नेपाल के अधिकारी व नेताओं से भी उनके बेहतर संबंध है.
40 वर्षीय राजा बाबू को दो पुत्र व दो पुत्री है. शिवहर जिले के पूर्व जिला पार्षद स्व नवल किशोर राय से भी उनका दोस्ताना संबंध रहा है. 13 जनवरी 2013 को सीतामढ़ी शहर के डुमरा रोड में अपराधियों ने गोली मार कर नवल की हत्या कर दी गयी थी. शातिर वैद्यनाथ सहनी व राम नरेश सहनी के कथित मुठभेड़ व हत्या प्रकरण में भी राजा बाबू चर्चित रहे है. वर्ष 2013 में वैद्यनाथ सहनी व रामनरेश सहनी का गोलियों से छलनी शव लाल बकेया नदी के किनारे पाया गया था. तब कहा गया था कि दोनों मुठभेड़ में मारे गये है.
वैद्यनाथ सहनी की हत्या के प्रतिशोध में घटना को अंजाम देने की आशंका
स्वत: स्फूर्त बंद रहा शहर
सीतामढ़ी शहर में भी पहुंचे शुभचिंतक व परिजन
वैद्यनाथ सहनी की हत्या के प्रतिशोध स्वरूप फायरिंग की चर्चा: राजा बाबू पर हुए कातिलाना हमले की वजह अब तक सामने नहीं आ सकी है. वजह राजा बाबू ने बेहोशी की अवस्था में रहने के चलते अब तक अपना बयान नहीं दिया है. हालांकि दिन दहाड़े हुई इस घटना के बाद चर्चाओं का बाजार गरम है. वारदात के पीछे शातिर वैद्यनाथ सहनी की हत्या को वजह बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि साल 2013 में शातिर वैद्यनाथ सहनी की हत्या के प्रतिशोध में उसके पुत्र द्वारा दिन दहाड़े इस वारदात को अंजाम दिया है.

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