घूस लेते पकड़े गये सीएस के विरुद्ध आरोप-पत्र जल्द

सीतामढ़ी : पिछले माह निगरानी अन्वेषण ब्यूरो टीम के हत्थे चढ़े सिविल सर्जन डॉ रवींद्र कुमार की परेशानी बढ़ गयी है. जिला मुख्यालय डुमरा स्थित सरकारी आवास में डाटा इंट्री ऑपरेटर केशव कुमार से 50 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार डॉ कुमार के खिलाफ निगरानी विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 13, 2019 12:03 AM

सीतामढ़ी : पिछले माह निगरानी अन्वेषण ब्यूरो टीम के हत्थे चढ़े सिविल सर्जन डॉ रवींद्र कुमार की परेशानी बढ़ गयी है. जिला मुख्यालय डुमरा स्थित सरकारी आवास में डाटा इंट्री ऑपरेटर केशव कुमार से 50 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार डॉ कुमार के खिलाफ निगरानी विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. अब शीघ्र ही केस से संबंधित फाइनल रिपोर्ट को संलग्न करते हुए केस के अनुसंधानकर्ता निगरानी डीएसपी संतोष सिंह डॉ कुमार के खिलाफ न्यायालय में आरोप-पत्र दाखिल कर देंगे.

डीएसपी श्री सिंह पिछले तीन दिनों से सीतामढ़ी स्वास्थ्य विभाग में डॉ कुमार के कारनामों की तमाम फाइलों को खंगाल रहे हैं. बताया जा रहा है पदस्थापन के कुछ माह बाद से ही डॉ कुमार विभाग में अपने कार्यों को लेकर विवादों के घेरे में रहे हैं. गुरुवार को निगरानी डीएसपी सह केस के अनुसंधानकर्ता श्री सिंह जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय पहुंचकर डॉ कुमार के कार्यकाल से संबंधित वित्तीय फाइलों की पड़ताल की. इसमें विभाग के अधिकारियों से लेकर कर्मियों तक के बयान को कलमबद्ध किया. प्रभारी सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार सिन्हा से भी जानकारी ली गयी.
मुख्य तौर पर डाटा इंट्री ऑपरेटर के तबादले व पदस्थापना से संबंधित फाइलों का अवलोकन कर तलब किया. इसमें यह देखा गया कि किन-किन फाइलों की डिलिंग उनके द्वारा की गयी है. साथ ही डाटा इंट्री ऑपरेटर के कार्य अवधि के दौरान तबादला व पदस्थापना से संबंधित फाइलों की जांच की.
इसमें यह देखा गया कि डाटा इंट्री ऑपरेटर के तबादले के पीछे राशि का कोई लेन-देन तो नहीं किया गया है? इसमें सिविल सर्जन के अधिकार क्षेत्र को भी रेखांकित किया गया है. निगरानी डीएसपी के जांच का केंद्र बिंदु जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय से लेकर सिविल सर्जन कार्यालय, बैरगनिया तथा रून्नीसैदपुर सीएचसी रहा. भ्रष्टाचार से जुड़े इस मामले की परत दर परत खुलने से अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक में हड़कंप की स्थिति है. आउटसोर्सिंग टेंडर में गोलमाल तथा चूना घोटाले के आरोप को लेकर डॉ कुमार सुर्खियों में रहे थे.

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