चिकित्सक एवं आशा कार्यकर्ता पर शिकंजा

परिहार (सीतामढ़ी) : महिला मरीज की गलत ऑपरेशन के मामले में झोलाछाप चिकित्सक व आशा कार्यकर्ता बुरी तरह फंस गयी है. आशा सुंदर देवी की नौकरी भी दांव पर लग गयी है. डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा के आदेश पर चिकित्सक टुनटुन व पीएचसी की आशा सुंदर देवी पर शिकंजा कसा जा रहा है. मामले में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 18, 2019 1:00 AM
परिहार (सीतामढ़ी) : महिला मरीज की गलत ऑपरेशन के मामले में झोलाछाप चिकित्सक व आशा कार्यकर्ता बुरी तरह फंस गयी है. आशा सुंदर देवी की नौकरी भी दांव पर लग गयी है. डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा के आदेश पर चिकित्सक टुनटुन व पीएचसी की आशा सुंदर देवी पर शिकंजा कसा जा रहा है.
मामले में दोनों के खिलाफ स्थानीय थाना में धारा 420 के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. यह प्राथमिकी पीड़िता आफरीन खातून के पिता असदुल्लाह द्वारा दर्ज करायी गयी है. बता दे कि डॉ टुनटुन स्थानीय बाजार स्थित जनता हॉस्पिटल के संचालक है. दोनों पर मरीज आफरीन को झांसा देकर उक्त हॉस्पिटल में ऑपरेशन करने व बच्चेदानी काट देने का आरोप है.
चिकित्सक के झांसे मेंआ गये थे परिजन
प्राथमिकी के अनुसार, आशा कार्यकर्ता सुंदर देवी ही मरीज आफरीन व उसके परिजन को बहला-फुसला कर जनता हॉस्पिटल में ले गयी थी.
भर्ती होने के कुछ घंटे बाद चिकित्सक टुनटुन व आशा सुंदर देवी के द्वारा मरीज के परिजन को बताया गया कि ऑपरेशन से ही गर्भ में पल रहा बच्चा सुरक्षित रह पायेगा. परिजन उक्त बहकावे में आ गये. मरीज का ऑपरेशन किया गया. थोड़ी देर बाद नवजात को ऑक्सीजन लगाने की बात कह चिकित्सक ने नवजात को रेफर कर दिया.
मुजफ्फरपुर ले जाने के क्रम में नवजात की मौत हो गयी थी. इधर, मरीज की भी स्थिति दिन व दिन खराब होती चली गयी. छह दिन बाद चिकित्सक टुनटुन ने मरीज को भी रेफर कर दिया था. उसका इलाज पटना में हुआ. वहां डॉक्टर ने बताया, मरीज का आधा बच्चेदानी काट दिया गया हुआ है, जबकि शेष हिस्सा खराब होने से मरीज की हालत खराब हो गयी है. बता दे कि मरीज अब भी जिंदगी व मौत के बीच जूझ रही है.

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