Sitamarhi : एक वर्ष में 100 बच्चों को बाल श्रम से करवाया गया मुक्त

जिले के कई थाना क्षेत्र बाल श्रम से मुक्त बनने की राह पर है. विगत एक वर्ष में बाल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता मिली है.

By RANJEET THAKUR | March 22, 2025 11:57 PM

सीतामढ़ी. जिले के कई थाना क्षेत्र बाल श्रम से मुक्त बनने की राह पर है. विगत एक वर्ष में बाल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता मिली है. इन एक वर्ष में जिला पुलिस, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट एवं एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन (बचपन बचाओ आंदोलन) की संयुक्त टीम द्वारा बाल श्रम पर जिला में पूर्ण रूप से अंकुश लगाने हेतु किए गए सार्थक प्रयास से जिला भर के विभिन्न दुकान प्रतिष्ठान से इन एक वर्ष में कुल 100 बच्चों को बाल श्रम से मुक्त करवाया गया है. साथ ही इन बच्चों से बाल श्रम करवाने वाले नियोजकों पर कानूनी कारवाई भी गयी है. वर्ष 2020 से अबतक का जिला में बाल श्रम के खिलाफ हुई कार्रवाई का सबसे बड़ा यह आंकड़ा है, जिससे 100 बच्चों को बाल श्रम से मुक्त करवाकर शिक्षा के मुख्यधारा से जोड़ा गया है. बाल श्रम के विरुद्ध सीनियर एसपी(मुख्यालय) मो नजीब अनवर के निर्देशन में बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी एवं एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के द्वारा एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन के द्वारा सीधे तौर पर चलाए गए रेस्क्यू अभियान का सकारात्मक परिणाम भी जिला में दिख रहा है. जिले के पुनौरा, बाजपट्टी, पुपरी, डुमरा, रूनीसैदपुर, मेजरगंज , मेहसौल, परसौनी, बेलसंड, चोरौत, महिंदवारा, परिहार, भुतही एवं बेला थाना क्षेत्र बाल श्रम मुक्त थाना क्षेत्र बनने की राह पर है. इन थाना क्षेत्र में काफी हद तक बाल श्रम पर अंकुश लगा है. सीनियर डीएसपी मुख्यालय ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण बाल तस्करी भी एक बड़ी समस्या सीतामढ़ी जिला में रही है. इन एक वर्ष में बाल दुर्व्यापार एवं बाल तस्करी से कुल 17 बच्चों को भी मुक्त करवाने एवं मानव तस्करों को पकड़ने में उल्लेखनीय सफलता हासिल हुई है. इसके साथ-साथ अन्य राज्य में बंधुआ मजदूरी के उद्देश्य से ले जाए गए कुल 28 नाबालिग एवं वयस्क मजदूरों को भी मुक्त करवाने में सफलता मिली है.

रोल मॉडल के रुप में उभर रहा विशेष किशोर पुलिस इकाई

साथ ही बाल विवाह जैसे कुरीतियों पर भी रोक लगाने हेतु इन एक वर्ष में निरंतर अनूठी पहल की गयी. करूणा, दया एवं सक्रियता के साथ निरंतर अनूठी पहल बाल शोषण के विरुद्ध करने के लिए सीतामढ़ी पुलिस का विशेष किशोर पुलिस इकाई राज्य भर में रोल मॉडल के रूप में उभर रहा है. विशेष किशोर पुलिस इकाई, सीतामढ़ी के द्वारा न सिर्फ बाल श्रम, बाल तस्करी व बाल विवाह के खिलाफ यथोचित कानूनी कार्रवाई जिला में सुनिश्चित हो रही है, अपितु बाल शोषण पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के लिए जागरूकता अभियान के साथ समय समय पर बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी से लेकर चौकीदार तक के लिए कार्यशाला भी आयोजित किया गया. साथ ही बाल शोषण के विरुद्ध उत्कृष्ठ कार्य करने वाले पुलिस पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, छात्रों, युवाओं को प्रोत्साहित करने हेतु सम्मानित भी किया गया. गौरतलब है कि बाल दुर्व्यापार, बंधुआ मज़दूरी जैसे जघन्य अपराध के खिलाफ लड़ाई जारी है.

उत्कृष्ट कार्य को मंत्री व डीएम ने किया है सम्मानित

मालूम हो की सीनियर डीएसपी मुख्यालय के द्वारा बाल संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे उत्कृष्ठ कार्य के लिए विशेष किशोर पुलिस इकाई सीतामढ़ी को इस वर्ष 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री सह ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री डॉ अशोक चौधरी एवं डीएम रिची पांडेय के द्वारा सम्मानित भी किया गया है.

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