तीन लाख घरों में पहुंचेगा ओआरएस

जिले में दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का किया गया शुभारंभ... आपसी समन्वय से अभियानको सफल करें : डीएम डुमरा : स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में सोमवार को डुमरा पीएचसी में दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का शुभारंभ किया गया. डीएम डॉ रणजीत कुमार सिंह ने आगामी 5 जुलाई तक आयोजित होने वाले पखवाड़ा का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 25, 2019 1:00 AM

जिले में दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का किया गया शुभारंभ

आपसी समन्वय से अभियानको सफल करें : डीएम

डुमरा : स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में सोमवार को डुमरा पीएचसी में दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का शुभारंभ किया गया. डीएम डॉ रणजीत कुमार सिंह ने आगामी 5 जुलाई तक आयोजित होने वाले पखवाड़ा का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करते हुए कहा की बच्चों में 10 फीसदी मृत्यु का कारण दस्त है. इसे शून्य करने के लिए विभाग व सरकार प्रतिबद्ध है.

इस अभियान से जुड़े संबंधित अधिकारी व कर्मी अपनी जिम्मेवारियों को आपसी समन्वय के साथ निर्वहन करे. ताकि अभियान सफल हो. प्रतिदिन शाम 5 बजे तक प्रतिवेदन जिला प्रतिरक्षण अधिकारी को उपलब्ध कराया जायेगा. इस दौरान उन्होंने दस्त नियंत्रण से संबंधित जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया.

दस्त बच्चों की मौत का दूसरा बड़ा कारण : बताया गया की जिले के 0 से पांच वर्ष वाले तीन लाख घरों में ओआरएस पहुंचाने का लक्ष्य है. इसके लिए सभी अस्पतालों में ओआरएस व जिंक कार्नर बनाया गया है. इसके लिए सभी आशा को निर्देश दिया गया है की शत प्रतिशत घरों में ओआरएस का पैकेट पहुंचना सुनिश्चित करेंगे. साथ ही निर्धारित प्रपत्र में गृह स्वामी का हस्ताक्षर व निशान प्राप्त कर छह से आठ घरों के सदस्यों के साथ बैठक कर ओआरएस घोल बनाने की विधि बताएंगे. वही सीएस डॉ रविंद्र कुमार ने कहा की 0 से पांच वर्ष के बच्चों की असामयिक मृत्यु का न्यूमोनिया के बाद दूसरा सबसे बड़ा कारण दस्त है.

उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाने की अपील किया. वही डीआइओ डॉ आरके यादव ने कहा की इस अभियान के तहत 0 से पांच वर्ष तक के बच्चों वाले घरों में एक-एक पैकेट ओआरएस देना है. जिस घर में दस्त से पीड़ित बच्चे है तो वैसे घरों में दो-दो पैकेट ओआरएस व 14 जिंक का गोली देना है. ज़िंक के सेवन से आगामी तीन माह तक दस्त पर नियंत्रण रखा जा सकता है.

साथ ही उन्होंने सभी आशा को निर्देश दिया की मस्तिष्क ज्वर के संबंध में भी लोगो को जागरूक करेंगे. मौके पर एमओआइसी डॉ कामेश्वर प्रसाद समेत अन्य अधिकारी शामिल थे.