Saran News : प्रसव पीड़ा से जूझती महिला को नाव से पहुंचाया गया अस्पताल
गंगा और सोन नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से गुरुवार को सदर प्रखंड के दियारा क्षेत्र की तीनों पंचायतों का आरा-छपरा पुल से संपर्क टूट गया.
डोरीगंज/छपरा. गंगा और सोन नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से गुरुवार को सदर प्रखंड के दियारा क्षेत्र की तीनों पंचायतों का आरा-छपरा पुल से संपर्क टूट गया. अचानक बढ़े जल स्तर के कारण दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. लोग जान जोखिम में डालकर सुरक्षित स्थानों की ओर एक बार फिर पलायन को मजबूर हैं. जानकारी के अनुसार, गंगा और सोन नदी के उफान से दियारा की रायपुर विंदगावां, कोटवापट्टीरामपुर और बड़हरा महाजी पंचायत के बलवन टोला पूर्वी, बलवन टोला पश्चिम, विंदगावां, सुरतपुर, सबलपुर, दयालचक, कुतुबपुर, चकियां और महाजी गांव का संपर्क आरा-छपरा पुल से पूरी तरह भंग हो चुका है. सड़क और पगडंडियां डूब जाने से लोग नाव या तेज बहाव में जोखिम उठाकर सुरक्षित ठिकानों की ओर पलायन करने को विवश हैं. इसी बीच, महाजी पंचायत के मनोज राय की पत्नी रीना देवी को अचानक प्रसव पीड़ा हुई. ग्रामीणों ने सहयोग कर मछुआरों की नाव से उन्हें आरा ले जाया गया, जहां एक निजी अस्पताल में सुरक्षित प्रसव कराया गया. ग्रामीणों का कहना था कि यदि नाव की व्यवस्था नहीं होती तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी. उधर, लगातार जल स्तर बढ़ने से तटीय क्षेत्र के चिरांद दलित-महादलित बस्ती, भैरोपुर निजामत, सिंगही, नेहाला टोला समेत दर्जनभर गांवों में भी बाढ़ का पानी तेजी से प्रवेश कर रहा है. बड़ी संख्या में घर पानी से घिर चुके हैं और लोग अपना सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं. कोटवापट्टीरामपुर पंचायत के मुखिया सत्येंद्र सिंह ने बताया कि वर्तमान हालात में नाव और सामुदायिक किचन की तत्काल आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि वे देर रात तक बाढ़ पीड़ितों की सेवा में जुटे रहे. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासनिक मदद अब तक पर्याप्त रूप से नहीं पहुंची है. इसे लेकर दहशत का माहौल है. ग्रामीणों का कहना था कि यदि गंगा और सोन नदी का जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो हालात और भी भयावह हो सकते हैं.
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