श्रीरुद्र महायज्ञ में श्रद्धालुओं ने भक्ति व उल्लास से दीपोत्सव मनाया
महायज्ञ में भारी संख्या में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़

दाउदपुर (मांझी).
श्रीरुद्र महायज्ञ के पांचवीं संध्या पर श्रद्धालुओं ने भक्ति और उल्लास से दीपोत्सव मनाया. सैकड़ों महिलाएं और युवतियों ने विभिन्न मनोकामना लेकर दीप प्रज्वलित किया. वहीं, संध्या कथा वचन में मानव धर्म के प्रति आस्था से ओतप्रोत प्रसंगों का लोगों ने लाभ उठाया. अच्छे पुण्यकर्म के बाद ईश्वर ने मानव तन प्रदान किया है. जगत में मात्र एक ऐसे प्राणियों जिसमे जीवन जीने की समझ और आत्म ज्ञान दिया. ईश्वर ने हमे सब गुण अवगुणों से भरा, लेकिन छह ऐसी घटनाओं जीवन मरण लाभ हानि यश और अपयश को विधाता अपने हाथ में रखा है. जबकि संपूर्ण मानव शरीर देकर कर्म को प्रधानता देकर धरती पर भेजा है. मानव अपने सत्कर्म से जीवन में सुख और दुख के भागी होते हैं. उक्त बातें भरवलिया राम जानकी व शिव मंदिर परिसर में चल रहे श्री रुद्र महायज्ञ में कथा वाचिक साधना ने कहीं. यज्ञ के छठे दिन भगवान को छपन भोग लगाये गये. वहीं यज्ञ मंडप में श्रद्धालुओं ने भक्ति पूर्वक पूजा कर पुण्य के भागी बने. गांव समस्त क्षेत्र वासियों के सहयोग से यज्ञ प्रत्येक वर्ष उदारतापूर्ण किया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में महिला पुरुष युवक युवतियां शामिल होकर भगवान से मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए यज्ञ में शामिल होते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है