छपरा में ऑपरेशन बुलडोजर का कहर, महज 1 KM में ढहा दिये गये 150 से अधिक अवैध निर्माण
Operation Bulldozer: प्रखंड विकास पदाधिकारी विनोद आनंद, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी कमलेश शाह, और कृषि समन्वयक विनोद कुमार सिंह ने किसी की नहीं सुनी और जहां भी नाले और सड़क के ऊपर अवैध निर्माण दिखा, सीधे बुलडोजर चलवा दिया.
मुख्य बातें
Operation Bulldozer: छपरा. अतिक्रमण हटाओ अभियान के दूसरे चरण के छठे दिन साढ़ा ढ़ाला से मठिया मोड़ होते हुए मेथवलिया चौक तक डेढ़ सौ से अधिक मकानों और दुकानों के स्थायी और अस्थायी निर्माणों को तोड़ा गया. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल और दंडाधिकारी तैनात किये गये थे. सदर प्रखंड कार्यालय की पूरी टीम अपनी दल-बल के साथ मौजूद थी. अधिकारियों के निशाने पर सबसे अधिक वैसे दुकानदार और मकान मालिक थे, जिन्होंने नाले के ऊपर सीढ़ी और छज्जा आदि स्थायी रूप से बना लिया था. नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार यह अभियान राजेंद्र स्टेडियम से लेकर अस्पताल चौक और आसपास के इलाकों में भी चलाया गया. अधिकारियों ने बताया कि इस रोड में काफी अतिक्रमण है और दोनों साइड से दुकानदारों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है.
मेजरमेंट से बंद हुई विरोधियों की हेकड़ी
अभियान के दौरान जहां भी किसी व्यक्ति ने तोड़ने का विरोध किया, उसी समय उसके मकान व दुकान की मेजरमेंट शुरू कर दी जाती थी. इसके बाद विरोधियों की हेकड़ी बंद हो गयी. क्योंकि मेजरमेंट में काफी ज्यादा अतिक्रमण सामने आ रहा था. अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यदि पूरा अतिक्रमण तोड़ा जाये तो आठ फीट से ऊपर के छज्जे और अन्य निर्माण भी ध्वस्त करने पड़ेंगे, लेकिन यह कार्य फिलहाल दूसरे चरण में होगा. अभी केवल सड़क और नाला क्लियर कराया जा रहा है. इस दौरान अधिकतर वैसे निर्माण मिले, जिन्होंने नाले के ऊपर या सड़क पर करकट से अस्थायी निर्माण किया था. सीढ़ी और छज्जा को भी काफी संख्या में तोड़ा गया. छठे दिन के अभियान में अतिक्रमण करने वालों में काफी डर देखा गया.
साढ़ा ढाला से मेथवलिया चौक तक हटा कब्जा
साढ़ा ढ़ाला से मेथवलिया चौक तक के इलाकों में लोग खुद ही अपना अतिक्रमण हटाते दिखे. दुकानदार शंभू राय ने बताया कि यदि हम अपने से नहीं हटाते हैं, तो ब्लॉक के कर्मचारी बुलडोजर से थोड़ी की जगह ज्यादा का नुकसान कर देंगे. दुकानदार सत्रोहन प्रसाद ने कहा कि अभियान तो ठीक चल रहा है, लेकिन यह नियमित होना चाहिए. उन्होंने भी अपना अतिक्रमण खुद हटा लिया. वहीं, कुछ दुकानदारों ने नोटिस देकर कार्रवाई करने की मांग की. जिलाधिकारी के निर्देश के अनुसार, प्रखंड विकास पदाधिकारी विनोद आनंद, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी कमलेश शाह, और कृषि समन्वयक विनोद कुमार सिंह ने किसी की नहीं सुनी और जहां भी नाले और सड़क के ऊपर अवैध निर्माण दिखा, सीधे बुलडोजर चलवा दिया.
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