मांस, मछली व अंडा की बिक्री शुरू होते ही नॉनवेज के शौकीनों को मिली राहत

छपरा : शहर के बाजारों में मछली, मुर्गा, मांस अंडा खाने के शौकीनों की चहल-पहल फिर से बढ़ने लगी है. जिला प्रशासन के निर्देश के बाद चिकेन, मटन और मछली की अधिकतर दुकानें रविवार को खुली रहीं. सुबह से ही लोग शहर के बाजारों में चिकेन, मटन, अंडे के साथ अलग-अलग वैराइटी की मछलियों की […]

By Prabhat Khabar | April 6, 2020 12:23 AM

छपरा : शहर के बाजारों में मछली, मुर्गा, मांस अंडा खाने के शौकीनों की चहल-पहल फिर से बढ़ने लगी है. जिला प्रशासन के निर्देश के बाद चिकेन, मटन और मछली की अधिकतर दुकानें रविवार को खुली रहीं. सुबह से ही लोग शहर के बाजारों में चिकेन, मटन, अंडे के साथ अलग-अलग वैराइटी की मछलियों की खरीदारी करते दिखे. शहर के साढ़ा स्थित मछली बाजार में काफी चहल-पहल नजर आयी. अलग-अलग वैराइटी की मछली खरीदने के लिए यहां लोगों की भीड़ दिखी. साहेबगंज सरकारी बाजार, करीम चौक, गुदरी, अस्पताल चौक, ब्रह्मापुर, गांधी चौक आदि इलाकों में स्थित मांस व मुर्गे की दुकानों पर भी लोग खरीदारी के लिए पहुंचे थे. देसी मुर्गा की डिमांड भी लोगों द्वारा की जा रही थी.

इसके अलावा कई लोग अंडे की दुकान खुलते ही पूरे परिवार की आवश्यकता अनुसार अंडे खरीद कर घर ले जा रहे थे. हालांकि अभी भी बहुत सारे लोग कोरोना संक्रमण से भयभीत होकर नॉनवेज खाने से कतरा रहे हैं. विदित हो कि पशु व मत्स्य संसाधन बिहार सरकार ने वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन से प्राप्त जानकारियों के आलोक में यह स्पष्ट किया है कि कोरोना वायरस मनुष्य से मनुष्य के संपर्क में आने के कारण फैलता है. पाल्ट्री या पाल्ट्री उत्पादों के भूमिका की कोई सूचना नहीं है. अंडे व मांस में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन मिलता है. जिससे शरीर में रोग प्रतिकारात्मक क्षमता बढ़ती है.

इसके बाद से ही जिला प्रशासन ने इनकी बिक्री को लेकर निर्देश जारी किया है. जिसमें यह कहा गया है कि इस व्यवसाय से जुड़े दुकानदार साफ-सफाई के मानकों को ध्यान में रखकर सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक दुकानें खोल सकते हैं. विदित हो कि लॉक डाउन के बाद से ही जिले में मांस, मछली व पाॅल्ट्री की दुकानें बंद हो गयी थी. इस कारण इस व्यवसाय से जुड़े लोगों पर तो असर पड़ ही रहा था. खरीदने से पहले सावधानी बरत रहे लोगचिकेन, मटन के अलावा मछली खरीदने से पहले ग्राहक भी काफी सतर्कता बरत रहे हैं. देशी और जिंदा मछली जहां उपलब्ध है वहां काफी भीड़ देखने को मिली. वहीं बर्फ में रखी मछलियां खरीदने में लोग सावधानी बरत रहे हैं. छपरा के मछली बाजार में खरीददारी के लिए पहुंचे एक व्यक्ति को ताजा और जिंदा मछली की तलाश थी. एक दुकानदार के पास टब में जिंदा रेहू मछली रखी थी. जिसकी कीमत 300 रुपये किलो थी.

यह मछली उनके बजट में नही थी फिर भी पुरानी व बर्फ की मछलियों की आशंका से डरे होने के कारण उन्होंने यही मछली खरीदी. व्यवसायी भी डिमांड को देखते हुए कीमत कम करने में काफी आनाकानी कर रहे हैं. इसके अलावा स्थानीय तालाबों की लोकल मछलियां खरीदने पर ही जोर दिया जा रहा है.किचेन में काफी दिनों बाद बना नॉनवेजमांस, मछली, अंडा व मुर्गा की बिक्री शुरू होते ही गृहिणियों के किचेन भी गुलजार हो गये हैं. नॉनवेज के शौकीनों को काफी दिनों बाद उनके स्वादानुसार भोजन उपलब्ध हो सका.

गृहिणियों ने भी अब किचन में नॉनवेज के अलग-अलग आइटम बनाने शुरू कर दिये हैं .छोटे बच्चों से लेकर घर के युवा सदस्यों तक को नॉनवेज मिलना शुरू हो गया है. जिससे गृहणियों की टेंशन कुछ कम हुई है. विदित हो कि लॉकडाउन के बीच नॉनवेज नहीं मिल रहा था. इसके बाद गृहणियों को अपने किचेन में शाकाहार से जुड़े अलग-अलग वैराइटी के व्यंजन बनाने पड़ रहे थे. अब नॉनवेज की बिक्री शुरू होते ही गृहणियों को स्वादिष्ट भोजन बनाने के कई विकल्प मिल गये हैं.

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