एनएच 19 पर लग रहा भीषण महाजाम अब बना नासूर
डोरीगंज (छपरा) : छपरा-पटना मुख्य मार्ग पर पिछले तीन साल से जारी भीषण महाजाम अब नासूर बनकर फूट पड़ा है. लोगों के धरना-प्रदर्शन के बाद सरकार व जिला प्रशासन के विरुद्ध अब हर तरफ से आवाज उठने लगी है. जाम से बेहाल गुरुवार को भिखारी चौक स्थित न्यू एएनडी पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं का गुस्सा […]
डोरीगंज (छपरा) : छपरा-पटना मुख्य मार्ग पर पिछले तीन साल से जारी भीषण महाजाम अब नासूर बनकर फूट पड़ा है. लोगों के धरना-प्रदर्शन के बाद सरकार व जिला प्रशासन के विरुद्ध अब हर तरफ से आवाज उठने लगी है. जाम से बेहाल गुरुवार को भिखारी चौक स्थित न्यू एएनडी पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं का गुस्सा भड़क उठा.
आक्रोशित छात्र-छात्राओं समेत शिक्षक उतर आये व भिखारी चौक के समीप दोनों तरफ से सड़क पर आड़े-तिरछे स्कूल बसें खड़ी कर छात्र-छात्राओ ने सरकार व जिला प्रशासन पर जमकर अपनी भड़ास निकाली.
छात्र-छात्राओं का कहना था कि पिछले तीन साल से जाम से निजात पाने की जिला प्रशासन से उम्मीद अब खत्म हो चुकी है. जिला प्रशासन भी सबकुछ देखते व समझते हुए भी असंवेदनशील बना हुआ है. ऐसे में इस लगातार महाजाम के कारण महीने में 15 दिन ही हम क्लास ले पा रहे हैं. इससे हमारा शैक्षणिक सत्र बुरी तरह प्रभावित हो रहा है.
बावजूद जिला प्रशासन ने कभी इसे गंभीरता से नहीं लिया. छात्रों ने बताया कि इस रूट में अवस्थित सभी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं पर एग्जाम से ज्यादा महाजाम का प्रेशर हावी रहता है. अक्सर कभी दो तो कभी तीन-तीन घंटियां छूट जाती हैं. किसी तरह यदि स्कूल पहुंच गये, तो समय से घर कब पहुंचेंगे इसकी कोई गारंटी नहीं.
इस दौरान भिखारी चौक से डोरीगंज के बीच बालू लदे वाहनों की लंबी कतारें खड़ी रहीं. इस कारण लोग भयंकर चक्का जाम में घंटों पिसते रहे. रौजा पोखरा से लेकर घेघटा मेला शेरपुर व विष्णुपुरा के समीप जाम की भयंकर स्थिति उत्पन्न रही. तीन-तीन कतारों में वाहन ठसमठस खड़े दिखे. आलम ऐसा कि पैदल सरकने के लिए भी लोगों को एक इंच की जमीन खाली नहीं बची.
जाम से बेहाल निकलने की कोशिश में लोग इधर-उधर हाथ-पांव मारते व छटपटाते नजर आये. बावजूद कोई अक्ल काम नहीं आ रहा था. वहीं साइकिल व मोटरसाइकिल सवार रौजा गांव तथा यूनिवर्सिटी कैंपस के रास्ते होकर भागते देखे गये, तो वहीं फोरलेन निर्माण स्थल लाल बाजार के समीप खतरनाक गड्ढों में तब्दील लोग घंटों कीचड़ में फंसे रहे. इस बीच दर्जनों स्कूली वाहनों में कैद बच्चे भी खासे परेशान रहे.
वहीं जाम से परेशान स्थानीय लोगों का आक्रोश भी चरम पर दिखा. लोगों ने बताया कि जिले में आक्रोशपूर्ण धरना-प्रदर्शन के बाद पीएम को भी एक मेल भेजा गया, जिसे पीएम कार्यालय के द्वारा राज्य सरकार को भेज कार्रवाई के लिए पुन: सारण एसपी को भेजा गया है. इस पर अभी तक कार्रवाई का कोई असर दिखाई नहीं पड़ रहा है.