अगवा युवक बैंक लुटेरा मोनू के घर से बरामद

समस्तीपुर : जिले के ताजपुर थाना क्षेत्र से अगवा अर्जुन पासवान को चकमहेसी पुलिस ने शातिर बैंक लुटेरा मोनू ठाकुर के घर से बरामद कर लिया. इस दौरान पुलिस ने मौके पर अपहरण की घटना में शामिल सेवानिवृत्त बिहार पुलिस के हवलदार पुत्र वैशाली विदुपुर निवासी दयाशंकर सिंह को गिरफ्तार कर लिया.पुलिस ने अपहरण में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 26, 2017 4:55 AM

समस्तीपुर : जिले के ताजपुर थाना क्षेत्र से अगवा अर्जुन पासवान को चकमहेसी पुलिस ने शातिर बैंक लुटेरा मोनू ठाकुर के घर से बरामद कर लिया. इस दौरान पुलिस ने मौके पर अपहरण की घटना में शामिल सेवानिवृत्त बिहार पुलिस के हवलदार पुत्र वैशाली विदुपुर निवासी दयाशंकर सिंह को गिरफ्तार कर लिया.पुलिस ने अपहरण में प्रयुक्त अल्टो कार भी बरामद कर ली है.

सदर डीएसपी मो. तनवीर अहमद ने बताया कि हवलदार पुत्र दयाशंकर ने साथियों के साथ 23 मई को अर्जुन को ताजपुर से अगवा कर लिया था. इस दौरान उसने अर्जुन को नशीली सूई देकर बेहोश कर दिया. बाद में मुजफ्फरपुर ले जा कर देर रात अर्जुन को उसकी पत्नी से फोन पर बात करायी और
अगवा युवक बैंक
40 लाख रुपये फिरौती की मांग की. फिरौती की राशि एक दिन के अंदर नहीं देने पर उसकी हत्या कर देने की धमकी दी. डीएसपी ने बताया कि बाद में दयाशंकर ने अर्जुन को चकमहेसी थाने के बलहा गांव में शातिर बैंक लुटेरा मोनू ठाकुर के यहां लाकर घर में बंद कर दिया. सुबह इसकी भनक गांव के चौकीदार को लग गयी. बाद में पुलिस ने छापेमारी कर अर्जुन को बरामद कर लिया. मोनू पुलिस को देख कर फरार हो गया.
रेलवे में नौकरी के नाम पर दर्जनों को लगाया है चूना
सदर डीएसपी ने बताया कि अर्जुन पासवान भगवानपुर बेगूसराय का रहनेवाला है. वह इन दिनों मुफस्सिल थाने के बांदे गांव में रहता है. अब तक की जांच में सामने आया है कि अर्जुन भी दूध का धोया नहीं है. इसने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर दर्जनों लोगों को चपत लगायी है. अर्जुन के मोहनपुर स्थित सिंडीकेट बैक के एकाउंट में 60 लाख रुपये हैं. जांच में यह बात भी सामने आयी है कि अपहरण में गिरफ्तार हवलदार पुत्र से भी अर्जुन ने ठगी की थी. रुपये की वसूली के लिए उसने अर्जुन के अपहरण की साजिश रची.
कालेधन को सफेद करने के लिए अर्जुन के एकाउंट का किया प्रयोग
अर्जुन ने पुलिस के समक्ष बताया कि नोटबंदी के दौरान कुछ लोग कालेधन को सफेद करने के लिए इसके एकाउंट में राशि डालते थे. इसके बदले एक लाख रुपये पर इसे पांच हजार रुपये देते थे. हालांकि, रुपये कौन-कौन जमा करता था, इसकी जानकारी उसने नहीं दी. डीएसपी ने बताया कि घटना की सच्चाई तक पहुंचने के लिए अर्जुन के बैंक एकाउंट की विस्तृत जानकारी ली जाएगी.

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