लोकसभा चुनाव : नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री की हैसियत शून्य : उपेंद्र कुशवाहा

उजियारपुर (बिहार) : पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘पढ़ाई, कमाई और दवाई’ सुनिश्चित करने के वादे को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि अगर केंद्र में दोबारा राजग की सरकार बनती है, तो आरक्षण की व्यवस्था समाप्त की जा सकती है. केंद्र की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 22, 2019 5:19 PM

उजियारपुर (बिहार) : पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘पढ़ाई, कमाई और दवाई’ सुनिश्चित करने के वादे को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि अगर केंद्र में दोबारा राजग की सरकार बनती है, तो आरक्षण की व्यवस्था समाप्त की जा सकती है. केंद्र की भाजपा नीत राजग सरकार में मंत्री रहे कुशवाहा ने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री की हैसियत शून्य है. 2014 के लोकसभा चुनाव में कुशवाहा की पार्टी रालोसपा ने भाजपा नीत राजग के साथ चुनाव लड़ा और राजग सरकार में वह मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री थे. विकास को अपनी पार्टी रालोसपा के प्रमुख मुद्दों में से एक बतानेवाले कुशवाहा ने बिहार के विकास के बारे में पूछे जाने पर कहा, ”अपनी ओर से जितना संभव हुआ, मैंने उतना किया. लेकिन, यह समझना होगा कि नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री की हैसियत शून्य है.”

कुशवाहा ने दावा किया कि महागठबंधन राज्य में सभी 40 सीटों पर जीत दर्ज करेगा. रालोसपा ने बिहार में राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, वीआईपी, हम के साथ महागठबंधन किया है. इसके तहत रालोसपा प्रदेश में पांच सीटों पर चुनाव लड़ रही है. उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपनी कुर्सी बचाने का आरोप लगाते हुए कहा, ”वह (नीतीश कुमार) जनता को भूल गये हैं. राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य की व्यवस्था चौपट हो गयी है और रोजगार के अवसर नहीं हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य उपचार और रोजगार के लिये लोग बाहर जाने को मजबूर हैं.” कुछ महीने पहले तक राजग के साथ रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी खुद कहते हैं कि वे पिछड़ा समाज से आते हैं. दलितों एवं पिछड़ों को उनसे बड़ी उम्मीदें थीं लेकिन पांच वर्षो में यह उम्मीदें पूरी नहीं हो सकीं. उन्होंने दावा किया कि उच्च न्यायपालिका में दलितों, पिछड़ों एवं ऊंची जाति के गरीब लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं के बराबर है. यही स्थिति शिक्षा के क्षेत्र में है. शैक्षणिक एवं अकादमिक संस्थाओं में आरएसएस पृष्ठभूमि के लोगों को रखा गया है.

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी अध्यक्ष ने दावा किया, ”अगर केंद्र में दोबारा राजग की सरकार बनती है, तो आरक्षण की व्यवस्था समाप्त की जा सकती है.” उन्होंने कहा कि संविधान की रक्षा करना, आरक्षण को बचाना, पिछड़े दलितों एवं गरीबों के हितों की रक्षा करना एवं विकास उनकी पार्टी का मुख्य मुद्दा है. उपेंद्र कुशवाहा बिहार की काराकाट और उजियारपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उजियारपुर में उनका मुकाबला बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय से है. उजियारपुर सीट पर लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत 29 अप्रैल को मतदान होगा. उन्होंने सवाल किया कि बड़े-बड़े घोटालेबाजों को जब जमानत मिल गयी, तब फिर गरीबों के मसीहा लालू प्रसाद जेल में क्यों हैं? भाजपा द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा, अर्थव्यवस्था एवं विदेश नीति को लेकर पूर्ववर्ती यूपीए सरकार को घेरने के सवाल पर उन्होंने कहा, ”यह सच है कि जमीन पर पिछले पांच वर्षों में काम नहीं हुआ.”

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