मेेन रोड व कॉलोनियों में कचरा

कुव्यवस्था. खर्च के बाद भी गंदगी के ढेर में तब्दील हो रहा शहर 12 हजार बाल्टी घरों में देने की तैयारी में जुटा नगर परिषद प्रशासन समस्तीपुर : नगर परिषद प्रशासन सफाई कार्य पर हर माह करीब दो-ढाई लाख रु पये खर्च कर रहा है. बावजूद शहर गंदगी के ढेर में तब्दील हो रहा है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 15, 2017 5:56 AM

कुव्यवस्था. खर्च के बाद भी गंदगी के ढेर में तब्दील हो रहा शहर

12 हजार बाल्टी घरों में देने की तैयारी में जुटा नगर परिषद प्रशासन
समस्तीपुर : नगर परिषद प्रशासन सफाई कार्य पर हर माह करीब दो-ढाई लाख रु पये खर्च कर रहा है. बावजूद शहर गंदगी के ढेर में तब्दील हो रहा है. कारण नप अधिकारी आंख बंद कर किसी को भी सफाई कार्य की जिम्मेदारी सौंप रहे हैं. इस समय नप ने स्थायी व दैनिक कर्मियों को सफाई कार्य में लगा रखा है. कुछेक कर्मियों को छोड़कर अधिकांश सफेद हाथी बने हुए हैं और शहर गंदगी के दलदल में लगातार धंसता जा रहा है.
पूर्व के दिनों नप प्रशासन ने प्रभारी सफाई निरीक्षक को हटा प्रेम शंकर कुमार को प्रभार सौंपा तो सफाई व्यवस्था में सुधार दिखने लगा था लेकिन डोर टू डोर कूडा उठाने की बात हो या कचरा निस्तारण या साफ सफाई की. पार्षद मीरा मिश्र, सुनील कुमार सहित कई पार्षदों का कहना है कि नप अधिकारी सफाई के नाम पर सिर्फ खजाना खाली करने में लगे हैं. सफाई के नाम पर अधिकारी मलाई काट रहे हैं और शहर गंदगी के गर्त में जा रहा है. जांच की जाए तो बडा घोटाला हो सकता है.
वार्ड में सफाईकर्मी की तैनाती में भी भेदभाव बरती जा रही है .वार्ड 7 के निवासी संजय कुमार का कहना है कि मुख्य सड़क पर सफाई की जा रही है लेकिन कॉलोनियों में कचरा फैला है. गंदगी से बदबू आ रही हैं. इसके अलावा कचरे के ढेर पर लावारिस पशु व कुत्ते घूम रहे हैं. वार्डो में लगे कूड़ेदान का प्रयोग न के बराबर हो रहा है. वार्ड को साफ सुथरा बनाने का वायदा कर जीतने वाले नप पार्षद भी चुप हैं. प्रभारी सफाई निरीक्षक प्रेम शंकर कुमार का कहना है कि फिलवक्त शहर में दो पाली में सफाई करायी जा रही है. वही 200 घरों पर एक ठेला गाड़ी कूड़ा उठाने के लिए लगाया गया है. वार्ड में बने घरों का सर्वे कार्य जारी है. वार्डो में डोर टू डोर कूड़े के उठाव के लिए 54 सफाई कर्मियों की भी तैनाती की गयी है. जल्द ही 12 हजार बाल्टी घरों में दी जाएगी ताकि सीटी बजते ही त्वरित गति से कूड़े का उठाव हो सके.

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