बिहार में डीबीटी माध्यम से पोषण आहार राशि दिलाने के नाम पर बच्चों के परिजनों से की जा रही वसूली

Bihar Latest News Update सहरसा : बिहार के सहरसा में नवहट्टा पूर्वी पंचायत के सेविका द्वारा केंद्र के बच्चों के गार्जियन के खाते में डीबीटी राशि दिलाने के नाम पर वसूली का मामला प्रकाश में आया है. मामला तब प्रकाश में जब नवहट्टा पूर्वी पंचायत के वार्ड 06 केंद्र संख्या 183 के सेविका शबनम प्रवीण जब अपने पोषक क्षेत्र के लाभुक से प्रति बच्चे के गार्जियन से एक सौ रुपये मांगने गयी. तब सेविका एवं स्थानीय लोगों मे कहा सुनी हो गयी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2020 4:10 PM

Bihar Latest News Update सहरसा : बिहार के सहरसा में नवहट्टा पूर्वी पंचायत के सेविका द्वारा केंद्र के बच्चों के गार्जियन के खाते में डीबीटी राशि दिलाने के नाम पर वसूली का मामला प्रकाश में आया है. मामला तब प्रकाश में जब नवहट्टा पूर्वी पंचायत के वार्ड 06 केंद्र संख्या 183 के सेविका शबनम प्रवीण जब अपने पोषक क्षेत्र के लाभुक से प्रति बच्चे के गार्जियन से एक सौ रुपये मांगने गयी. तब सेविका एवं स्थानीय लोगों मे कहा सुनी हो गयी.

वार्ड 06 निवासी मो हसरत ने कहा कि सेविका शबनम परवीन के द्वारा मेरे घर पर आकर एक सौ रुपये मांगा गया. जब हम लोग रुपये देने से इनकार कर गये तो सेविका शबनम प्रवीण के द्वारा केंद्र से बच्चों का नाम हटा देने का धमकी दिया और कहा कि इस जिसके पास जाकर शिकायत करना है. करो मेरा कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता है. यह लिए गए राशि यहां से ऊपर तक सभी हाकिम तक जाता है.

इससे पहले तो सेविका के द्वारा जब पोषण आहार वितरण किया जाता था. तब तो कभी पोषण आहार वितरण नहीं करती थी. सेविकाएं सभी राशि गबन कर देती थी. लेकिन, अब जब डीबीटी के माध्यम से बच्चों के गार्जियन के खाते में राशि भेजने की प्रक्रिया शुरू हुई. तो अब लाभुकों से ही वसूली सेविकाओं ने शुरू कर दी है. नवहट्टा पूर्वी के सेविका शबनम परवीन ने अवैध रूप से वसूली मामले में कहा कि हम अकेले थोड़ी लेते हैं. यहां तो सभी सेविका लेती है. सब लेती है लाभुकों से एक सौ रुपया इसलिए हम भी लेते हैं.

वहीं, इस संबंध में महिला प्रवेक्षिका लाडली नूरजहां ने कहा कि 15 दिन पहले तो हम नवहट्टा बाल विकास परियोजना में योगदान ही लिए हैं. योगदान लेने के बाद हम क्षेत्र नहीं गये हैं. इसलिए हमें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है. उधर, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सौरव आलोक ने कहा कि यह गंभीर मामला है. किसी भी लाभुक से सेविका के द्वारा राशि वसूली करना दंडनीय अपराध है. हम अपने स्तर से मामले की जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे एवं जिला को भी कार्रवाई के लिए लिखेंगे.

Upload By Samir Kumar

Next Article

Exit mobile version