सहरसा की निधि राय जेएनयू में हुई पुरस्कृत
राष्ट्रीय स्तर पर फोटोग्राफी प्रतियोगिता में मिला पांचवां स्थान कायस्थ टोला के किडकेयर से की थी दसवीं तक की पढ़ाई सहरसा : कायस्थ टोला निवासी एलआइसी में डेवलपमेंट ऑफिसर विभाष कुमार राय की पुत्री निधि राय ने दिल्ली के जेएनयू में पुरस्कृत होकर जिले का मान बढ़ाया है. भारत सरकार के उड़ान उत्सव द्वारा राष्ट्रीय […]
राष्ट्रीय स्तर पर फोटोग्राफी प्रतियोगिता में मिला पांचवां स्थान
कायस्थ टोला के किडकेयर से की थी दसवीं तक की पढ़ाई
सहरसा : कायस्थ टोला निवासी एलआइसी में डेवलपमेंट ऑफिसर विभाष कुमार राय की पुत्री निधि राय ने दिल्ली के जेएनयू में पुरस्कृत होकर जिले का मान बढ़ाया है. भारत सरकार के उड़ान उत्सव द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर करायी गयी फोटोग्राफी में उसे पांचवां स्थान मिला है. पुरस्कार के रूप में उसे कप व प्रमाण पत्र मिले हैं. उसने अपनी फोटोग्राफी में ग्लेशियर को पिघलकर नदियों में परिवर्तित होते दिखाया है.
जेएनयू से कर रही पीएचडी: निधि राय की प्रारंभिक शिक्षा कायस्थ टोला स्थित किड केयर स्कूल से शुरू हुई थी. वहां से दसवीं तक की पढ़ाई करने के बाद बारहवीं के लिए पटना के डीएवी स्कूल में नामांकित हुई.
फिर मधेपुरा के पार्वती साइंस कॉलेज से जंतु विज्ञान में स्नातक प्रतिष्ठा की डिग्री लेने के बाद उच्चतर शिक्षा के लिए दिल्ली के जवाहरलाल नेशनल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) गयी. जेएनयू से जंतु विज्ञान में एमएससी करने के बाद अभी वहीं से पर्यावरण विज्ञान में पीएचडी कर रही है. निधि राय के शोध का विषय ‘रिमोट सेंसिंग एंड चंद्रयान’ है. उड़ान उत्सव द्वारा करायी गयी प्रतियोगिता में पांचवां स्थान मिलने पर देश की महान हस्तियों में शामिल प्रसिद्ध गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी, अभिनेता-निर्देशक विक्टर बनर्जी, निर्देशक अनुपम भटनागर, चंद्रगुप्त सिरीयल में चाणक्य की भूमिका निभाने वाले मनीष वाधवा व शक्तिमान के रूप में चर्चित अभिनेता मुकेश खन्ना ने उसे पुरस्कृत करते उसकी फोटोग्राफी की सराहना की.
बचपन से ही था फोटोग्राफी का शौक
जेएनयू में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में निधि राय के सफल व पुरस्कृत होने पर यहां पिता विभाष कुमार राय, माता मधुलता राय व बहन यशस्वी व आकांक्षा राय बेहद खुश हैं. सब कहते हैं कि बचपन से ही फोटोग्राफी उसकी अतिरिक्त योग्यता व उसके शौक में शामिल था. वह शुरू से ही कुछ अलग व फोटोग्राफी पर केंद्रित रहती थी. परिजनों ने बताया कि निधि के दादा प्रो डीएन राय सहरसा कॉलेज में अंगरेजी विभाग के विभागाध्यक्ष थे. लड़कियों की शिक्षा के प्रति हमेशा कुछ न कुछ करते रहने वाले प्रो राय महिला कॉलेज व आरएम कॉलेज के संस्थापक सचिव भी रहे थे. उनके अनुशासन व उनके द्वारा दी गयी शिक्षा का ही परिणाम है कि निधि ने जेएनयू में भी परिवार सहित जिले को गौरवान्वित किया है.