अनोखी मानव शृंखला का साक्षी बनेगा सहरसा

एक दूसरे का हाथ थाम शराबबंदी का समर्थन करेंगे लोग सहरसा : बिहार में शराबबंदी को लेकर जागरूकता अभियान के तहत 21 जनवरी को बनने वाली मानव शृंखला में सहरसा के करीब तीन लाख 25 हजार लोगों के शामिल करने की योजना है. पूरे जिले में 217 किलोमीटर की मानव शृंखला बनेगी. इस मानव शृंखला […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 21, 2017 9:19 AM
एक दूसरे का हाथ थाम शराबबंदी का समर्थन करेंगे लोग
सहरसा : बिहार में शराबबंदी को लेकर जागरूकता अभियान के तहत 21 जनवरी को बनने वाली मानव शृंखला में सहरसा के करीब तीन लाख 25 हजार लोगों के शामिल करने की योजना है. पूरे जिले में 217 किलोमीटर की मानव शृंखला बनेगी. इस मानव शृंखला का केंद्र बिदु सहरसा स्टेडियम होगा. जहां से यह जिले की सीमाओं तक अटूट रूप से बढ़ेगी. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस मानव शृंखला के विश्व रिकॉर्ड बनाने की उम्मीद है. नीतीश के इस अभियान को भारतीय जनता पार्टी का भी साथ मिला है. मानव शृंखला एनएच पर 42 किमी व सब रुट पर 117 किमी की बनेगी. जिसमें प्रत्येक किमी में 15 सौ लोग शामिल होंगे. डीएम विनोद सिंह गुंजियाल ने कहा कि यह मानव शृंखला सबसे बड़ी होगी और इसमें लाखों लोगों की भागीदारी होगी.
शृंखला में दिखेगा अपना बिहार
मानव शृंखला किसी दल या राजनीतिक पार्टी की नहीं है. इसमें किसी भी दल के कार्यकर्ता पार्टी का झंडा और बैनर लेकर शामिल नहीं हो सकते हैं. यह मानव शृंखला बिहार के लोगों की होगी. डीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मद्य निषेद्य संदेश राज्य के हर घर-घर में भेजा गया है. उन्होंने बताया कि इस शृंखला की रिकॉर्डिग जिले में ड्रोन कैमरों के माध्यम से की जायेगी. इसके अलावा पूरे जिले के सैटेलाइट तस्वीर के लिए भी व्यवस्था की गयी है. मानव शृंखला में व्यक्ति एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर शराबबंदी अभियान का समर्थन करेंगे. इस शृंखला में कक्षा पांच से कम वर्ग के बच्चे शामिल नहीं होंगे. इस मानव शृंखला में जिला स्तर के सभी विभागों के सरकारी और संविदाकर्मी हिस्सा लेंगे.
रिकार्ड बनाने निकलेंगे घर से
मानव शृंखला को लेकर शहर से लेकर गांव तक लोगों में खासा उत्साह देखा गया. खेतों में काम करने वाले मजदूर हो या निजी कंपनी के वर्कर सभी शुक्रवार के दिन बनने वाले इतिहास में शामिल होना चाहते हैं. बनगांव के किसान अभयकांत खां ने बताया की घर बैठे विश्व रिकार्ड बनाने का मौका मिला है. कोई भी इतिहास में अपना नाम दर्ज कराने से चुकने वाले नहीं है. बेंगहा मध्य विद्यालय के शिक्षक चंद्रभाल शुलपानी कहते हैं कि शहर के रिफ्युजी कॉलोनी बैरियर पर बनने वाली मानव शृंखला को अटूट रखने का जिम्मा मिला है.
अपने करियर में पहली बार कुछ ऐतिहासिक करने का अवसर सरकार ने दिया. इस मानव शृंखला का संदेश पूरी दुनियां में जायेगा. निश्चित रुप से बिहार का मान बढ़ेगा.
आज जाति नहीं, बिहारीपन दिखेगा: जिले के सभी मार्गों में बनने वाली मानव शृंखला शराबबंदी के समर्थन में बनायी जायेगी. लेकिन शृंखला कई मायने में बिखराव के रास्ते पर अग्रसर समाज को भी एकजुट करने का काम करेगी. जाति व मजहब के नाम पर बंटने वाले लोग एक दूसरे का हाथ थाम एकता की इबारत लिखेंगे. सड़क पर एक दूसरे का हाथ थामे लोगों में जाति का फर्क नहीं, बिहारीपन का भाव पूरी दुनिया को नजर आयेगा.

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