सरायगढ़ से सुपौल 120किमी/घंटा की रफ्तार से चली स्पीड ट्रायल ट्रेन

सहरसा : सहरसा जंक्शन से स्पीड ट्रायल ट्रेन सरायगढ़ के लिए बुधवार सुबह 11:30 पर रवाना हुई. सहरसा गढ़बरूवारी के बीच 70 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चली. वही गढ़बरूवारी से सुपौल सेक्शन में 75 किलोमीटर की स्पीड से ट्रेन चलायी गयी, जबकि सुपौल से सरायगढ़ के बीच 65 की स्पीड से ट्रेन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 20, 2020 7:04 AM

सहरसा : सहरसा जंक्शन से स्पीड ट्रायल ट्रेन सरायगढ़ के लिए बुधवार सुबह 11:30 पर रवाना हुई. सहरसा गढ़बरूवारी के बीच 70 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चली. वही गढ़बरूवारी से सुपौल सेक्शन में 75 किलोमीटर की स्पीड से ट्रेन चलायी गयी, जबकि सुपौल से सरायगढ़ के बीच 65 की स्पीड से ट्रेन चला ट्रायल किया गया.

वापसी में सरायगढ़ से सुपौल के बीच 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से स्पीडी ट्रायल किया गया. इस दौरान डिप्टी चीफ इंजीनियर डीके श्रीवास्तव भी मौजूद रहे. वहीं सहरसा जंक्शन से स्पीड ट्रायल ट्रेन रवाना होने के दौरान स्टेशन अधीक्षक नीरज चंद्रा और डिप्टी एसएस रमेश कुमार भी मौजूद थे.
मार्च में चल सकती है ट्रेन: सहरसा से सरायगढ़ तक के बीच 51 किलोमीटर रेलखंड पर 15 मार्च से पहले ट्रेन चलाने का रास्ता साफ हो गया है. सुपौल से सरायगढ़ तक नए सेक्शन पर पहली बार ब्रॉडगेज पर 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से स्पीड ट्रायल ट्रेन चलायी गयी. रेलवे के अधिकारियों के अनुसार स्पीडी ट्रायल इस रेलखंड पर सफल रहा.
सरायगढ़ से सुपौल 24 किलोमीटर रेलखंड पर ट्रायल ट्रेन 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से 22 मिनट में दूरी तय की. स्पीड ट्रायल में एक इंजन और एक कोच लगाया गया था. गार्ड श्रवण कुमार, चालक राजेश कुमार और सहायक चालक रंजीत कुमार सहरसा जंक्शन से सरायगढ़ तक विभिन्न सेक्शन में अलग-अलग स्पीड से सहरसा जंक्शन से ट्रेन लेकर रवाना हुए.
महीने के अंत में हो सकता है सीआरएस: सुपौल से सरायगढ़ तक के बीच स्पीडी ट्रायल बुधवार को सफल रहा. इसे लेकर हाजीपुर के जीएम और चीफ इंजीनियर निर्माण सहित कई रेल के वरीय अधिकारियों के बीच बैठक हुई थी.
रेल सूत्रों के अनुसार इसी माह के अंत तक सुपौल से सरायगढ़ के बीच कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी का निरीक्षण होगा. फिलहाल स्पीडी ट्रायल रिपोर्ट सीआरएस को भेजी जा रही है. रेल अधिकारियों के अनुसार यदि सीआरएस का समय इसी महीने के अंत तक मिल गया तो मार्च के प्रथम सप्ताह या दूसरे सप्ताह में सहरसा से सरायगढ़ तक के बीच ट्रेन चला दी जाएगी.

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