17 लाख रुपये के गबन का आरोपी विद्युत विभाग का लेखा सहायक रोहतास से गिरफ्तार

आरोपी लेखा सहायक पिछले छह वर्षों से फरार चल रहा था. उसे फारबिसगंज पुलिस ने रोहतास के शिव सागर थाना के पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया है. उसके विरुद्ध सहायक विधुत्त अभियंता ने फारबिसगंज थाना में गबन से संदर्भित मामला दर्ज कराया था.

By Prabhat Khabar Print Desk | August 1, 2022 9:32 PM

लगभग 17 लाख रुपया गबन मामले का आरोपी विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल फारबिसगंज के तत्कालीन लेखा सहायक रोकड़पाल को फारबिसगंज पुलिस ने रोहतास के शिव सागर थाना के पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है.गबन के आरोप में गिरफ्तार तात्कालीन लेखा सहायक रोकड़पाल का नाम राजेंद्र कुमार पासवान बताया जाता है. गबन के आरोपी तात्कालीन लेखा सहायक रोकड़पाल के विरुद्ध दर्ज गबन के मामले में के 06 वर्ष बीत जाने के कारण न्यायालय से उसके विरुद्ध कुर्की का आदेश निकला था जिसे लेकर कांड के अनुसंधानकर्ता परवेज अहमद आरोपी को गिरफ्तार करने गये थे.बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के 17 लाख 14 हजार 927 रूपये गबन के आरोपी तत्कालीन लेखा सहायक रोकड़पाल राजेंद्र कुमार पासवान को कांड के अनुसंधानकर्ता सअनि परवेज अहमद ने शिवसागर थाना के थानाध्यक्ष सुशांत कुमार मंडल व पुलिस बलों के सहयोग से गिरफ्तार कर फारबिसगंज लाया जहां से उसे सोमवार को न्यायिक हिरासत में अररिया जेल भेज दिया है.

बताया जाता है कि गिरफ्तार तत्कालीन लेखा सहायक पर फारबिसगंज विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल कार्यालय फारबिसगंज में वर्ष 2015 से वर्ष 2016 तक ड्यूटी के दौरान उक्त राशि के गबन का आरोप लगाया गया है.मामले की पुष्टि करते हुए थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदु ने कहा कि 01अक्टूबर 2016 को सहायक विद्युत अभियंता विधुत्त आपूर्ति अवर प्रमंडल फारबिसगंज रोशन कुमार ने फारबिसगंज थाना में नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के रुपये गबन के आरोप में प्राथमिकी संख्या 515/16 दर्ज कराया था.

दर्ज कराये गये प्राथमिकी में सहायक विद्युत अभियंता ने बताया था कि 2015 से 2016 तक लेखा सहायक (रोकड़पाल) के पद पर पदस्थापित राजेंद्र कुमार पासवान के द्वारा रोकड़ प्रविष्टि में अंतिम शेष राशि 15 लाख 69 हजार 802 रुपया दर्शाया गया व चेक की राशि 01 लाख 45 हजार 125 रुपया है जो बैंक में जमा किये बिना ही रोकड़ बही में प्रविष्टि कर ली गई है जो कि सरासर गलत है. इस तरह कुल राशि 17 लाख 14 हजार 927 रुपया प्रथम दृष्टि में नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के राजस्व का गबन हुआ है.

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