वीर कुंवर सिंह के पौत्र वधु नजरबंद, कहा- किले को सील कर माल्यार्पण करने से रोका

Veer Kunwar Singh की बिहार में 'जन्मोत्सव समारोह बड़ी धूमधाम से मनायी गई. लेकिन, उनकी पौत्र वधु ने कहा कि मुझे अपने ही दादा जी को पुष्प अर्पित करने का मौका नहीं मिला. हमें मेरे किले में ही नजरबंद कर दिया गया था.

By Prabhat Khabar Print Desk | April 23, 2022 7:40 PM

वीर कुंवर सिंह (Veer Kunwar Singh) की पौत्र वधु ने शनिवार को पुलिस पर आरोप लगाया कि भोजपुर पुलिस ने उन्हें किले में हीं नजरबंद कर दिया गया. उन्होंने कहा कि मुझे माल्यार्पण करने से भी पुलिस ने रोक दिया. बतताे चलें कि बिहार में शनिवार को बीजेपी की ओर से वीर कुंवर सिंह का विजयोत्सव मनाया गया. कार्यक्रम के दौरान ही उनकी पौत्र वधु ने वीडियो शेयर कर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया. वीर कुंवर सिंह की पौत्र वधु का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है.

पुष्पा सिंह ने भोजपुर प्रशासन पर आरोप लगाया कि उन्हें उनके घर में ही नजरबंद कर दिया गया. यह सब तब किया गया जब बिहार में बाबू कुंवर सिंह की ‘जन्मोत्सव समारोह बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा था. लेकिन मुझे अपने ही दादा जी को पुष्प अर्पित करने का मौका नहीं दिया गया. हमारे किले के मुख्य दरवाजे को सील कर दिया गया है.

पुष्पा सिंह ने अपने वीडियो में सभी लोगों से अपील किया है कि वे उनकी मदद के लिए आगे आए और मुझे न्याय दिलाने का काम करें. पौत्र वधु पुष्पा सिंह का वायरल हो रहे वीडियो में कह रही हैं कि सभी नेता और अफसरों ने आश्वासन दिया था कि न्याय दिलाया जाएगा. लेकिन न्याय तो मुझे नहीं मिला. बल्कि वे लोग मुझे किले में ही बंद कर दिए. पुष्पा सिंह ने आरोप लगाया, भोजपुर पुलिस ‘मामले की लीपापोती करने के लिए घर को सील करके मुझे नजरबंद कर दिया.

दरअसल, वीर कुंवर सिंह के प्रपौत्र की 28 मार्च को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी. परिवार के लोगों ने 45 साल के कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की मौत के बाद कहा था कि उसकी मौत पुलिस की पिटाई के कारण हुई है. पुष्पा सिंह ने तब कहा था कि ‘मेरे बेटे की हत्या हुई है. आरोपी पर कार्रवाई नहीं हुई तो इसके परिणाम गंभीर होंगे. रोहित की मां ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार से भी न्याय की गुहार लगाई थी.

वीर कुंवर सिंह की पौत्र वधु पुष्पा सिंह के वीडियो को RJD ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से पहले वीर कुंवर सिंह की ही पौत्र वधु को प्रशासन ने घर में नजरबंद किया. उन्हें माल्यार्पण से रोका गया. वो कह रही है हमारे दादा वीर कुंवर सिंह जाति विशेष नहीं, बल्कि राष्ट्र के थे. उन्हें एक जाति तक सीमित करने की साजिश है.’

Next Article

Exit mobile version