Bihar News: इंटर में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू, 18 नवंबर तक मिलेगा छात्रों को मौका

Bihar News: कॉलेज और स्कूल द्वारा आवेदन की दो प्रतियां डाउनलोड की जायेंगी. एक प्रति कॉलेज या स्कूल के पास रहेगी और दूसरी प्रति स्टूडेंट्स के पास रहेगी. हर स्कूल-कॉलेज को सात चरण में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करनी है.

By Prabhat Khabar | November 3, 2021 8:13 AM

Bihar News: बिहार के विभिन्न प्लस टू स्कूलों और इंटर कॉलेजों में 11वीं में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए रजिस्ट्रेशन तिथि जारी कर दी गयी है. ऑनलाइन सूचीकरण व अनुमति आवेदन 18 नवंबर तक भरा जायेगा. ओएफएसएस के माध्यम से 11वीं में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स का ही रजिस्ट्रेशन होगा. बोर्ड ने कहा है कि स्कूल और कॉलेजों द्वारा कला, वाणिज्य और विज्ञान संकाय के लिए दो से आठ नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन डाउनलोड किया जायेगा. आवेदन बिहार बोर्ड वेबसाइट inter23.biharboardonline.com से डाउनलोड करना होगा.

इसके बाद कॉलेज और स्कूल प्रशासन द्वारा आवेदन फार्म स्टूडेंट्स को दिया जायेगा. स्टूडेंट्स द्वारा फार्म भरवाने के बाद 18 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन भरेंगे और शुल्क जमा करेंगे. बोर्ड द्वारा आवेदन फार्म अपलोड कर दिया गया है. स्कूल और कॉलेज द्वारा निर्धारित सीट के अनुसार ही रजिस्ट्रेशन करना है. कॉलेज और स्कूल द्वारा आवेदन की दो प्रतियां डाउनलोड की जायेंगी. एक प्रति कॉलेज या स्कूल के पास रहेगी और दूसरी प्रति स्टूडेंट्स के पास रहेगी. हर स्कूल-कॉलेज को सात चरण में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करनी है.

शुल्क पर एक नजर

नियमित कोटि के विद्यार्थी : 485 रुपये

स्वतंत्र कोटि के विद्यार्थी : 885 रुपये

अन्य बोर्ड से दसवीं उत्तीर्ण नियमित कोटि : 685 रुपये

अन्य बोर्ड से दसवीं उत्तीर्ण स्वतंत्र कोटि : 1085 रुपये

पीएचडी का कोर्स वर्क 15 नवंबर से

पटना के पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में पीएचडी में नामांकन लेने वाले छात्रों को कोर्स वर्क 15 नवंबर से होगा. हाल में इनका इंडक्शन मीट हो चुका है. अब इन छात्रों को छह महीने का रिसर्च कोर्स वर्क करना होगा. इसमें उन्हें शोध करने की प्रणाली बतायी जायेगी. दो पेपर की पढ़ायी करनी होगी.

Also Read: Bihar News: हेडमास्टर की नियुक्ति परीक्षा पर हाइकोर्ट ने लगायी रोक, जानें क्या है कोर्ट का फैसला…

पहला शोध संबंधित और दूसरा जिस विषय में वे पीएचडी कर रहे हैं, उससे संबंधित होगा. छह महीने के बाद एक परीक्षा होगी. उसके बाद उन्हें कोर्स वर्क का सर्टिफिकेट दिया जायेगा. इसके बाद उनकी शोध प्रक्रिया शुरू होगी. उन्हें गाइड एलॉट किये जायेंगे. उनका पीएचडी में रजिस्ट्रेशन होगा. उक्त गाइड के दिशानिर्देश के अनुसार वे अपना शोध कार्य करेंगे.

Posted by: Radheshyam kushwaha

Next Article

Exit mobile version