नवनिर्वाचित हरिवंश, रामनाथ, प्रेमचंद, अमरेंद्र और विवेक ने ली राज्यसभा के पद व गोपनीयता की शपथ

नयी दिल्ली / पटना : राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को उच्च सदन के नवनिर्वाचित 61 सदस्यों में से 45 को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी. कोविड-19 महामारी के कारण अंतर सत्र के दौरान शपथ ग्रहण समारोह राज्यसभा के चैंबर में आयोजित किया गया. उपराष्ट्रपति एवं उच्च सदन के सभापति वेंकैया नायडू ने कहा, ''देश के विधि निर्माता के रूप में आपका चुनाव हुआ है. अपने दायित्व के निर्वहन में आप सुनिश्चित करें कि सदन में आपका आचरण नियमों के अनुकूल हो, स्थापित मानदंडों के अनुरूप हो और सदन के बाहर आपका आचरण नैतिकता के मानदंडों के अनुसार हो.''

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2020 4:17 PM

नयी दिल्ली / पटना : राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को उच्च सदन के नवनिर्वाचित 61 सदस्यों में से 45 को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी. कोविड-19 महामारी के कारण अंतर सत्र के दौरान शपथ ग्रहण समारोह राज्यसभा के चैंबर में आयोजित किया गया. उपराष्ट्रपति एवं उच्च सदन के सभापति वेंकैया नायडू ने कहा, ”देश के विधि निर्माता के रूप में आपका चुनाव हुआ है. अपने दायित्व के निर्वहन में आप सुनिश्चित करें कि सदन में आपका आचरण नियमों के अनुकूल हो, स्थापित मानदंडों के अनुरूप हो और सदन के बाहर आपका आचरण नैतिकता के मानदंडों के अनुसार हो.”

बिहार से जेडीयू के हरिवंश और रामनाथ ठाकुर, राजद के प्रेमचंद गुप्ता और अमरेंद्र धारी सिंह तथा बीजेपी के विवेक ठाकुर ने भी बुधवार को राज्यसभा सदस्य के पद और गोपनीयता की शपथ ली. मालूम हो कि हरिवंश इससे पहले साल 2014 में राज्यसभा के लिए चुने गये थे. उसके बाद राज्यसभा के उपसभापति बने थे. वहीं, रामनाथ ठाकुर भी दूसरी बार राज्यसभा के लिए चुने गये हैं. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के करीबी मानेजाने वाले प्रेमचंद गुप्ता भी दूसरी बार राज्यसभा सदस्य बने हैं. इससे पहले वह झारखंड से राज्यसभा पहुंचे थे. वहीं, राजद के अमरेंद्र धारी सिंह और विवेक ठाकुर पहली बार राज्यसभा पहुंचे हैं.

हरिवंश : जेडीयू

प्रभात खबर अखबार के पूर्व संपादक हरिवंश जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं. हरिवंश ढाई दशक से अधिक समय तक प्रभात खबर के प्रधान संपादक रहे हैं. उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सिताबदियारा गांव में 30 जून, 1956 को जन्मे हरिवंश को जेपी आंदोलन से काफी प्रभावित माने जाते हैं. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए और पत्रकारिता में डिप्लोमा की पढ़ाई करनेवाले हरिवंश ने अपने कैरियर की शुरुआत टाइम्स समूह से की थी. दिल्ली से लेकर पटना तक मीडिया में नीतीश कुमार की बेहतर छवि बनाने में हरिवंश का बड़ा योगदान है. हरिवंश राजपूत जाति से आते हैं.

रामनाथ ठाकुर : जेडीयू

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं. उनका जन्म तीन मार्च, 1950 को समस्तीपुर के कर्पूरीग्राम में जन्म हुआ. साल 1988 में पहली बार बिहार विधानसभा के लिए चुने गये थे. 1995 में लालू प्रसाद की कैबिनेट में बिहार के गन्ना मंत्री के रूप में काम किया. 2000 में फिर से विधानसभा का चुनाव जीता. 2005 में जब नीतीश कुमार की सरकार बनी, तो रामनाथ ठाकुर को राजस्व मंत्रालय समेत तीन विभागों की जिम्मेदारी मिली. कानून और सूचना एवं जनसंपर्क मंत्रालय का काम भी संभाला. रामनाथ ठाकुर इससे पहले साल 2014 में राज्यसभा के लिए चुने गये थे.

प्रेमचंद गुप्ता : राजद

प्रेमचंद गुप्ता राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के करीबी नेताओं में से एक माने जाते हैं. यूपीए सरकार के पहले कार्यकाल में वह कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. प्रेमचंद गुप्ता को राजद ने दोबारा राज्यसभा भेजा है. पिछली बार लालू प्रसाद ने उन्हें झारखंड से राज्यसभा भेजा था. प्रेमचंद गुप्ता और उनकी पत्नी सरला गुप्ता की संयुक्त चल-अचल संपत्ति सवा दो सौ करोड़ रुपये से ज्यादा है. दिल्ली के मेहरौली में प्रेमचंद गुप्ता के पास 3.81 एकड़ का भू-खंड है, जिसे साल 1980 में मात्र एक लाख 10 हजार रुपये में खरीदा था. अब इसकी कीमत बढ़ कर 118 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गयी है. प्रेमचंद गुप्ता पर आय से अधिक संपत्ति मामले में प्रवर्तन निदेशालय में मामले दर्ज हैं.

अमरेंद्रधारी सिंह : राजद

अमरेंद्र धारी सिंह मूलरूप से व्यवसायी हैं. वह पटना जिले के दुल्हन बाजार के पास स्थित एनखां गांव के रहनेवाले हैं. उनकी केमिकल, फर्टिलाइजर और रियल एस्टेट की आधा दर्जन से अधिक कंपनियां हैं. उनका कारोबार कई देशों में फैला है. उनकी चल-अचल संपत्ति की कीमत करीब 2.38 अरब रुपये है. अमरेंद्र धारी सिंह सामाजिक संगठनों से भी जुड़े हैं.

विवेक ठाकुर : बीजेपी

विवेक ठाकुर का राजनीतिक जुड़ाव उनके पिता बीजेपी के वरिष्ठ नेता सीपी ठाकुर के कारण है. सीपी ठाकुर पूर्व में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. बीजेपी ने पिता की जगह पुत्र को राज्यसभा भेजा है. विवेक ठाकुर के मुताबिक, पिछले 24 सालों से वह भाजपा के कार्यकर्ता हैं. भारतीय जनता युवा मोर्चा में रहते हुए कई प्रदेशों के प्रभारी भी रह चुके हैं. बीजेपी के टिकट पर साल 2015 में बिहार के बक्सर जिले के ब्रह्मपुर विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं. हालांकि, उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इससे पहले साल 2014 में बहुत कम समय के लिए विधानसभा परिषद के सदस्य भी रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version