एजेंसी के माध्यम से कार्य करने वाले सुरक्षा गार्ड का गुस्सा मंगलवार को फूट पड़ा

नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एजेंसी के माध्यम से कार्य करने वाले सुरक्षा गार्ड का गुस्सा मंगलवार को फूट पड़ा. आक्रोशित गार्डों ने अधीक्षक कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल मामला यह है कि एजेंसी को अस्पताल प्रशासन की ओर से एक पत्र दिया गया है. जिसमें कहा गया है कि एक जून आपको अस्पताल में कार्य नहीं करना है, इसके लिए दूसरी एजेंसी का चयन हो गया है, अब वहीं कार्य करेंगे.

By Prabhat Khabar | May 28, 2020 4:37 AM

पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एजेंसी के माध्यम से कार्य करने वाले सुरक्षा गार्ड का गुस्सा मंगलवार को फूट पड़ा. आक्रोशित गार्डों ने अधीक्षक कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल मामला यह है कि एजेंसी को अस्पताल प्रशासन की ओर से एक पत्र दिया गया है. जिसमें कहा गया है कि एक जून आपको अस्पताल में कार्य नहीं करना है, इसके लिए दूसरी एजेंसी का चयन हो गया है, अब वहीं कार्य करेंगे.

इसी बात से नाराज गार्ड ने वहां प्रदर्शन किया. गार्ड के सिक्युरिटी ऑफिसर राम विलास राय व कंपनी के निदेशक एसके लाल का कहना है कि अस्पताल प्रशासन ने साजिश के तहत कार्य किया है. जब छह माह पहले ही नयी एजेंसी का टेंडर निकला और एजेंसी का चयन हो गया, तब उस समय कार्य क्यों नहीं बंद कराया, अस्पताल में तैनात गार्ड तीन माह मार्च, अप्रैल व मई में कोरोना नोडल अस्पताल बने नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कार्य कर रहे हैं, तब ऐसे समय में हटाना न्यायोचित नहीं है. इन लोगों ने कहा कि कोरोना पीरियड तक कार्य की अनुमति दी जाये, क्योंकि लॉकडाउन में आने-जाने में दिक्कत है, ऐसे में अस्पताल के सुरक्षा गार्ड कहा जायेंगे.

अस्पताल प्रशासन उनकी मांगों पर विचार नहीं करेगा, तो बुधवार से हड़ताल पर जायेंगे. बकाया राशि का हो भुगतान आंदोलन पर उतरे गार्ड ने कहा कि यहां पर 18 महिला गार्ड हैं, जिनको दो वर्षों से वेतन नहीं मिला है, जबकि 172 गार्ड हैं. जिनको तीन माह से वेतन की राशि का भुगतान नहीं हुआ है. ऐसे में अस्पताल प्रशासन उनकी राशि का भुगतान करें और लॉकडाउन की अवधि समाप्त होने के तक कार्य कराया जाये. हालांकि इस मामले में अस्पताल के अधीक्षक डॉ निर्मल कुमार सिन्हा का कहना है कि अस्पताल के गार्ड हमारे कर्मी नहीं है, वह एजेंसी से जुड़े हैं. नयी एजेंसी एक जून से कार्य करेगी, क्योंकि टेंडर में दूसरी एजेंसी को चयनित कर लिया गया है. इसी वजह से पत्र दिया गया है. हालांकि निदेशक ने स्पष्ट कहा है कि बुधवार तक अस्पताल प्रशासन विचार नहीं करेगा, तो गार्ड कार्य नहीं करेंगे.

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